चम्पावत: शुक्रवार को राज्य कर विभाग की टीम चांदमारी में पंजीकृत एक कंपनी के भौतिक सत्यापन के लिए लोहाघाट पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। जांच के दौरान पता चला कि व्यक्ति जिसके नाम पर कंपनी पंजीकृत थी, वास्तव में लोहाघाट इंडेन गैस कार्यालय में रात्रि चौकीदार के पद पर कार्यरत हैं।
Unknown Transactions worth Crores Made in the name of Gas Agency Guard
उत्तराहांड के चम्पावत से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जिसे देखकर कर विभाग की टीम भी आश्चर्यचकित हो गई। दरअसल चांदमारी के पते पर पंजीकृत एक कंपनी द्वारा तेलंगाना और दिल्ली में करोड़ों रुपए के सामान की खरीद-बिक्री का मामला सामने आया है। कंपनी जो पिछले साल जुलाई में पंजीकृत हुई थी उसने अचानक इतने बड़े पैमाने पर व्यापार शुरू किया, जिससे राज्य वस्तु एवं सेवा कर (एसजीएसटी) विभाग के अधिकारी चौंक गए। इस मामले की जांच के लिए जब राज्य कर विभाग की टीम लोहाघाट पहुंची तो सब हैरान हो गए।
पिछले साल पंजीकृत कम्पनी में अचानक हुआ करोड़ों का व्यापार
विभागीय अधिकारियों के अनुसार टीकम सिंह के नाम से पंजीकृत फर्म ने तेलंगाना से करोड़ों रुपए की कपड़े की खरीदारी की और उसे दिल्ली में बिक्री के रूप में दिखाया। जुलाई 2023 में पंजीकृत इस फर्म ने पहले कोई लेनदेन नहीं किया था। अचानक इस बड़े पैमाने पर लेनदेन देखकर अपर आयुक्त रुद्रपुर जोनल के निर्देश पर शुक्रवार को सहायक आयुक्त अखिलेश कुमार के नेतृत्व में राज्य कर विभाग की टीम लोहाघाट पहुंची। भौतिक सत्यापन के दौरान पता चला कि टीकम सिंह लोहाघाट इंडेन गैस कार्यालय में रात्रि चौकीदार के रूप में काम कर रहे हैं।
टीकम सिंह के आधार नंबर का किया गया गलत उपयोग
फर्म के संचालन के लिए उनके आधार नंबर और अन्य दस्तावेजों का उपयोग किया गया था। हालांकि टीकम सिंह ने किसी भी फर्म के पंजीकरण या व्यापार में शामिल होने की बात से साफ इंकार किया। टीकम सिंह ने बताया की वे पिछले 18 वर्षों से लोहाघाट में रह रहे हैं, मूल रूप से मुरादाबाद के निवासी हैं। सहायक आयुक्त ने बताया कि संबंधित फर्म की लेनदेन पर रोक लगा दी गई है। भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट तैयार कर उसे उच्च अधिकारियों को सौंपा जाएगा और भविष्य में शीर्ष स्तर पर इस पर निर्णय लिया जाएगा। जनता से भी मास्क्ड आधार कार्ड का उपयोग करने के लिए कहा गया है ताकि वे भविष्य में कभी किसी फ्रॉड में न फंसे।