उत्तराखंड चमोलीKusumalata Gadia Selected for National Teacher Award 2024

Uttarakhand News: राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली एकमात्र शिक्षिका बनीं चमोली की कुसुमलता

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पुरस्कारों के लिए चयनित शिक्षकों की सूची जारी की है। यह सम्मान उन शिक्षकों को प्रदान किया जाएगा जिन्होंने देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान किया है।

National Teacher Award 2024: Kusumalata Gadia Selected for National Teacher Award 2024
Image: Kusumalata Gadia Selected for National Teacher Award 2024 (Source: Social Media)

चमोली: उत्तराखंड से एकमात्र चमोली जिले की शिक्षिका कुसुमलता गडिया का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 के लिए किया गया है। वे पोखरी ब्लॉक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत हैं।

Kusumalata Gadia Selected for National Teacher Award 2024

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों की सूची जारी की है। इस पुरस्कार का उद्देश्य उन शिक्षकों को सम्मानित करना है जिन्होंने न केवल अपनी समर्पण और मेहनत से विद्यालयी शिक्षा में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया है। इस पुरस्कार के लिए उत्तराखंड की एकमात्र नामांकित शिक्षिका कुसुमलता गडिया हैं। शिक्षक दिवस के अवसर पर पांच सितंबर को विज्ञान भवन नई दिल्ली में उन्हें सम्मानित किया जाएगा।

शैलेश मटियानी पुरस्कार से भी हो चुकी हैं सम्मानित

कुसुमलता शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार-2023 के लिए भी चुनी जा चुकी हैं। उन्होंने अपने विद्यालय में लर्निंग कॉर्नर, टीएलएम, पेंटिंग, ऑनलाइन क्लास, वाल पेंटिंग और पोस्टर अभियान जैसी गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान की है। उनका मानना है कि रुचिकर और व्यावहारिक शिक्षा से ही छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकती है। शिक्षिका कुसुमलता ने बताया कि विद्यालय में समय-समय पर शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को एक मंच प्रदान करना है ताकि वे अपनी क्षमताओं को विकसित कर सकें और आत्मविश्वास बढ़ा सकें।

कुसुमलता ने बताया मेरा विद्यालय मेरे परिवार से बढ़कर

इसके अतिरिक्त उन्होंने विद्यालय की दीवार पर क्यूआर कोड के माध्यम से शिक्षा का एक नया मॉडल प्रस्तुत किया है। कुसुमलता ने अपने विचार साझा करते हुए कहा ‘मेरे लिए परिवार से भी महत्वपूर्ण मेरा विद्यालय है। वर्तमान में डिजिटल शिक्षा की चुनौतियाँ बढ़ गई हैं और हमें रोजाना अपडेट रहना होता है। मुझे खुशी है कि मुझे हर स्तर पर भरपूर सहयोग मिला है।