देहरादून: देवभूमि की चारधाम यात्रा और अन्य पर्यटन गतिविधियां महिलाओं का सहारा बन रही हैं, महिला स्वयं सहायता समूहों की आर्थिकी का आधार बनती जा रही हैं। पर्यटन स्थलों पर 110 ट्रैवल आउटलेट खुले हैं जो महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों को बाजार दे रहे हैं और भविष्य में इन महिला समूहों की आय में वृद्धि का जरिया भी बन सकते हैं।
110 Travel Outlets of Uttarakhand State Rural Livelihood Mission
दरअसल, उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (USRLM) ने 13 जिलों के 95 विकासखंडों में 67172 स्वयं सहायता समूह (SHG) स्थापित किए हैं, जिनमें लगभग 5 लाख ग्रामीण महिलायें शामिल हैं। राज्य सरकार इन समूहों के उत्पादों की बिक्री को ट्रैवल आउटलेट, सरस केंद्रों और ग्रोथ सेंटरों के माध्यम से सहायता प्रदान करती है। USRLM की सहायता से महिला समूहों ने राज्य में आठ बाजरा बेकरी इकाइयाँ स्थापित की हैं। PM मोदी ने भी राज्य में आने वाले पर्यटकों से अपने यात्रा व्यय का 5% स्थानीय उत्पादों पर खर्च करने का आग्रह किया है। राज्य समीक्षा के माध्यम से हमारा भी पाठकों से अनुरोध है कि उत्तराखंड के बेहतरीन और स्वास्थ्यवर्धक स्थानीय उत्पादों को आप भी इस्तेमाल करें।
उत्तराखंड की परंपरा का संवर्धन करते आउटलेट्स
ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत संचालित उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर 110 'ट्रैवल आउटलेट' स्थापित किए हैं। इन आउटलेट का उद्देश्य तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को उत्तराखंड की समृद्ध परंपराओं और संस्कृति से परिचित कराना है, साथ ही साथ ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। वे स्थानीय ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।