उत्तराखंड देहरादूनMMA fighter Akash Rana becomes an Indian Army Officer

देहरादून: MMA फाइटर आकाश राणा बने सेना में अफसर, कई बार असफल होने के बाद पाई सफलता

आकाश के ACC SSB इंटरव्यू भी पास करने के बाद वे इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) के ACC विंग शामिल होने के लिए तैयार थे. लेकिन तभी कोविड-19 के कारण आकाश को जम्मू-कश्मीर में तैनाती दी गई. कोविड खत्म होने को था कि आकाश कि आंख में चोट भी लग गई.

Indian Army Officer: MMA fighter Akash Rana becomes an Indian Army Officer
Image: MMA fighter Akash Rana becomes an Indian Army Officer (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड का हर युवा भारतीय सेना में सेवा देने का सपना देखता है, और उनमें से कई लोग असफल होते हैं तो कई लोग सफल होते हैं. इनके अलावा कुछ युवा बार-बार असफलता पाने के बाद भी हिम्मत नहीं हारते हैं और अपने लक्ष्य पर कायम रहते हैं . हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड एक ऐसे ही युवा की, जिसने कई बार असफलता पाने के बाद भी हार नहीं मानी और आज वे भारतीय सेना में ऑफिसर बन गए हैं . आकाश राणा का आर्मी में ऑफिसर बनने तक का सफर किसी फिल्म की तरह हैं. आर्मी में ऑफिसर बनने से पहले वे एक MMA फाइटर थे.

MMA fighter Akash Rana becomes an Indian Army Officer

देहरादून के रहने वाले आकाश राणा भारतीय सेना में ऑफिसर बनने के बाद कई युवाओं के लिए मिसाल बन गए हैं. आकाश राणा हमेशा से ही भारतीय सेना में भर्ती होना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने सबसे पहले 10+2 टेक्निकल एंट्री से कोशिश की, लेकिन सेलेक्शन नहीं हो पाया. उसके बाद आकाश ने 2013 से 2018 के बीच कई प्रयास किए लेकिन उनका में आर्मी में सेलेक्शन नहीं हो पाया. आर्मी में सिलेक्ट नहीं हो पाए तो आकाश ने पहले बीएससी और फिर उत्तरांचल यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल मार्केटिंग में स्पेशलाइजेशन के साथ एमबीए की डिग्री हासिल की.

पहले MMA में बनाई पहचान

इसके अलावा आकाश ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स (MMA) में पहली बार अपनी पहचान बनाई. आकाश ने 2012 में शॉटोकन कराटे में डैन-1 ग्रेड बेल्ट हासिल करके अपने मार्शल आर्ट करियर की शुरुआत की. इसके बाद 2013 और 2014 में क्रमश: मय थाई और K1 में नेशनल चैंपियन टाइटल जीते और 2016 में लाइटवेट श्रेणी में इंडिया ओपन MMA चैंपियनशिप में जीत हासिल की. इसके बाद उन्होंने सुपर फाइट लीग में हरियाणा की टीम का प्रतिनिधत्व किया. इस तरह उनकी एंट्री प्रोफेशनल एमएमए में हुई.

मंजिल पाने तक रास्ते में आए कई अड़ंगे

आखिरकार कड़ी मेहनत से आकाश मद्रास इंजीनियर ग्रुप में क्लर्क के तौर पर भर्ती हुए. यहां उन्होंने बॉक्सिंग और रेसलिंग में शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने बॉक्सिंग और ग्रीको-रोमन रेसलिंग में बटालियन सिल्वर मेडल जीते. आकाश को उनके कंपनी कमांडर ने आर्मी कैटेड कॉलेज (ACC) के लिए प्रयास करने की सलाह दी. जिसके बाद आकाश ने ACC परीक्षा पास की, और उन्हें चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी के यंग लीडर्स ट्रेनिंग विंग में प्रतिष्ठित यंग लीडर्स कोर्स (YLC) के लिए चुना गया. इसके बाद आकाश ने ACC SSB इंटरव्यू भी पास किया. जिसके बाद वे इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) के ACC विंग शामिल होने के लिए तैयार थे. लेकिन तभी कोविड-19 के कारण आकाश को जम्मू-कश्मीर में तैनाती दी गई. कोविड खत्म होने को था कि आकाश कि आंख में चोट भी लग गई और फिर से उन्हें IMA जाने के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ा. आँख ठीक होने के बाद आकाश ने IMA ज्वाइन किया, इस कोर्स में उनके शानदार परफॉर्मेंस के लिए उन्हें चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ गोल्ड मेडल दिया गया. उसके बाद इस साल यानि 2024 में उन्हें मिस्टर IMA नामित किया गया. आईएमए से पासआउट होने के बाद उन्हें पैरा स्पेशल फोर्सेज (पैरा SF) मिल गई.

आकाश का परिवार 4 पीड़ियों से दे रहा है सेना में सेवा

आकाश राणा भारतीय सेना में सेवा देने वाले अपने परिवार की चौथी पीढ़ी हैं. आकाश के परदादा और दादा भी फौज में थे. उसके बाद आकाश के पिता भी 69th आर्मर्ड रेजिमेंट में ऑफिसर थे. अब आकाश भी भारतीय सेना में ऑफिसर बन गए हैं.