देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए एक पेंशन योजना शुरू करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत आंगनबाड़ी कर्मियों को रिटायर्मेंट के बाद हर महीने ₹3000 की पेंशन मिलेगी। राज्य सरकार ने यह कदम कर्मियों के कल्याण और उनके योगदान को मान्यता देने के लिए उठाया है। पेंशन को लागू करने के लिए सरकार ने आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।
Uttarakhand Govt to start pension scheme for Anganwadi workers
उत्तराखंड में धामी सरकार आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों और सहायिकाओं के लिए रिटायरमेंट के समय पेंशन देने की योजना बना रही है। इस योजना के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों और सहायिकाओं को रिटायर होने के बाद हर महीने ₹3000 तक की पेंशन का लाभ मिल सकता है। इस सम्बन्ध में बुधवार को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया। बैठक में जल्द ही इस प्रस्ताव को जारी करने के निर्देश दिए गए।
तीन में चुनी जाएगी पेंशन योजना
मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि प्रदेश रजत जयंती वर्ष में कदम रख रहा है और इस अवसर पर महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए पेंशन की योजना बनाना महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि बैठक में पेंशन योजना के लिए तीन सुझाव प्रस्तुत किए गए, जिसमें प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, नेशनल पेंशन स्कीम और अटल पेंशन योजना शामिल हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का योगदान मिलाकर इस योजना को लागू किया जाएगा।
कैबिनेट लेगी निर्णय
यह तय किया गया है कि इन तीन में से एक योजना का चयन कैबिनेट की बैठक में किया जाएगा। आपको बता दें कि वर्तमान में उत्तराखंड में करीब 40000 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं कार्यरत हैं। जबकि करीब 7 हजार पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। इन पदों पर नियुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं।