देहरादून: उत्तराखंड में सीआरपी-बीआरपी भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी पर विभागीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि भर्ती में आ रही समस्याओं का समाधान तुरंत किया जाए। मंत्री ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर प्रयाग पोर्टल में उत्पन्न हो रही तकनीकी समस्याओं का शीघ्र समाधान करें।
Education Minister expressed displeasure over delay in recruitment
उत्तराखंड शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत ब्लॉक स्तर पर 285 ब्लॉक रिसोर्स पर्सन (BRP) और संकुल स्तर पर 670 संकुल रिसोर्स पर्सन (CRP) के पदों की भर्ती प्रक्रिया काफी समय से ठप पड़ी है। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस स्थिति पर अधिकारियों की लापरवाही के प्रति अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने पिछले सोमवार को सचिवालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक का उल्लेख करते हुए प्रयाग पोर्टल के माध्यम से CRP-BRP के 955 रिक्त पदों की भर्ती में हो रही देरी पर गहन चर्चा की। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रयाग पोर्टल में आ रही तकनीकी समस्याओं का समाधान करने के लिए कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग संबंधित शासनादेश में आंशिक संशोधन का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट के समक्ष प्रस्तुत करेगा।
चतुर्थ श्रेणी के 2500 पद खाली
विभागीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश के हजारों छात्र-छात्राओं ने पोर्टल पर सीआरपी-बीआरपी के लिए पंजीकरण कराया है। जैसे ही पोर्टल की विसंगतियों का समाधान किया जाएगा, एक महीने के भीतर चयनित आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से सीआरपी-बीआरपी के रिक्त पदों पर युवाओं को मेरिट के आधार पर नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विद्यालयी शिक्षा विभाग में लगभग 2500 चतुर्थ श्रेणी के पद खाली हैं। इन पदों को भरने की अनुमति राज्य कैबिनेट द्वारा प्रयाग पोर्टल के माध्यम से दी जा चुकी है, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में आ रही व्यावहारिक समस्याओं के कारण भर्ती नहीं हो पा रही है। जैसे ही प्रयाग पोर्टल की कमियों को दूर किया जाएगा, विभाग में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।