उत्तराखंड उधमसिंह नगरMLAs from 4 states were target for fake Cabinet minister

उत्तराखंड: कैबिनेट मंत्री बनाने के नाम पर करोड़ों मांगने वाला गिरफ्तार, 4 राज्यों के विधायक थे टारगेट

आरोपी ने पूछताछ मे बताया कि वह, उवैश व प्रियांशु पंत दोस्त हैं। तीनों को ऐशो-आराम की जिंदगी पसंद है और नशे के आदी हैं। ईसीआई एफिडेविट साइट में जाकर निकाले थे चार राज्यों के विधायकों के नंबर.. पढ़िए

Jai Shah Fake Call: MLAs from 4 states were target for fake Cabinet minister
Image: MLAs from 4 states were target for fake Cabinet minister (Source: Social Media)

उधमसिंह नगर: विधायकों को कैबिनेट मंत्री बनाने के नाम पर करोड़ों की मांग करने वाले गैंग के मुख्य आरोपी को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

MLAs from 4 states were target for fake Cabinet minister

एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बीती 16 फरवरी को रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा के सहयोगी अभिषेक मिश्रा ने तहरीर देकर सूचना दी कि 13 फरवरी को एक मोबाइल नंबर से कॉल आई, जिसमें विधायक को अपना परिचय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पुत्र जय शाह के रूप में देते हुए उत्तराखंड सरकार में महत्वपूर्ण पद देने की बात कही गई। विधायक को बताया गया कि उनका नाम मंत्री पद के लिए आया है और इस बारे में नड्डा से भी बात हो गई है। उन्होंने पार्टी फंड में आपसे सहयोग के लिए 3 करोड़ की अपेक्षा की है।

सपेरा बस्ती गाजीपुर का है आरोपी

विधायक द्वारा संदेह होने पर अमित शाह एवं जेपी नड्डा से बात करवाने के लिए कहा तो वह इधर-उधर की बातें करने लगा। अन्य माध्यमों से फोन करने पर उसके फ्रॉड होने की पुष्टि हुई। उन्होंने तत्काल इसकी शिकायत पुलिस को की। पुलिस जांच के दौरान सामने आया कि मुख्य आरोपी गौरव नाथ पुत्र बहादुर निवासी हाउस नंबर 1 सपेरा बस्ती घरोली थाना गाजीपुर है। पुलिस ने पूर्वी दिल्ली कड़कड़डूमा कोर्ट के पास से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

नशे के आदी हैं तीनों

आरोपी ने पूछताछ मे बताया कि वह, उवैश व प्रियांशु पंत दोस्त हैं। तीनों को ऐशो-आराम की जिंदगी पसंद है और नशे के आदी हैं। ठाठ-बाट में रहना और क्लब जाना पसंद है। तीनों नशे के आदी हैं। इसके चलते उन्होंने यह योजना बनाई। ईसीआई एफिडेविट साइट में जाकर मणिपुर, ओडिसा, कर्नाटक व उत्तराखंड के विधायकों के मोबाइल नंबर निकाले और विकीपीडिया से उनके बारे में पूरी जानकारी हासिल की। योजना थी कि उनसे मंत्री बनाने के नाम पर पैसे वसूलेंगे और न मानने पर उन्हें बदनाम करने व फंसाने की धमकी देकर पैसे की मांग करते। गिरफ्तार आरोपी गौरवनाथ, सर्वेश मिश्रा और विशेष कुमार के साथ दिल्ली में एक ठगी के मुकदमे में जेल गया था।