: क्या आप कभी उत्तरकाशी क्षेत्र के कैलसू (कैलासू) क्षेत्र गए हैं ? यहां सदियों से एक गीत गाया जाता है और लोग ये मंगल गीत लगाकर पारंपरिक नृत्य करते हैं। इस गीत के बोल हैं ‘गणेश जन्मभूमि डोडीताल कैलासू, असी गंगा उद्गम अरू माता अन्नपूर्णा निवासू।।’ यहां गणेश भगवान को सदियों से स्थानीय बोली में डोडी राजा कहा जाता है। स्कंद पुराण के केदारखंड से पता चलता है कि गणेश जी का प्रचलित नाम डुंडीसर भी है, जिसे डोडीताल से ही लिया गया है। ये दिव्य स्थान उत्तरकाशी जिले में संगम चिट्टी से लगभग 23 किलोमीटर दूर स्थित है। मान्यता है कि जब मां पार्वती यहां पर स्नान करने के लिए गयी थीं तो उन्होंने अपने उबटन से एक बालक की प्रतिमा का निर्माण कर उसमें प्राण डाल दिये, यहीं पर भगवान गणेश की उत्पत्ति हुई। इसी का वर्णन स्कन्द पुराण के केदार खंड में किया गया है। आगे देखिए तस्वीरें