: अब खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा, खेती घाटे का सौदा बन गई है, ये लाइनें आपने अक्सर सुनी होंगी और काफी हद तक इनसे इत्तेफाक भी रखते होंगे। पर जिस खेती-किसानी को छोड़ लोग शहर में भटक रहे हैं, उसी खेती को अपनाकर रुद्रप्रयाग के एक युवा ने अपनी तकदीर बदल दी है। ये युवक अपने खेतों में जैविक सब्जियां, फूल और मसाले उगाकर लाखों रुपए कमा रहा है। इस किसान युवक का नाम है राकेश सिंह बिष्ट, जो कि जयमंडी गांव में रहते हैं। मिट्टी से सोना कैसे उगाना है, ये हुनर राकेश सिंह उर्फ राका भाई बखूबी जानते हैं। राका भाई के खेती से जुड़ने की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। राका भाई के पिता सेना में थे, ऐसे में सेना से उनका जुड़ाव होना स्वाभाविक था। सेना में भर्ती होने के लिए वो धुमाकोट, उत्तरकाशी, रानीखेत समेत हर उस जगह गए, जहां सेना में भर्ती हो रही थी, पर राका भाई की किस्मत में तो कुछ और ही लिखा था। कुल मिलाकर राका भाई भर्ती नहीं हो सके। एक वक्त के बाद उन्होंने भर्ती होने की उम्मीद ही छोड़ दी और काम की तलाश में मुंबई चले गए।
Story idea- The Better India