: लीजिए...आखिरकार कई वर्षों का सूखा खत्म हुआ और उत्तराखंड से बीसीसीआई को पहला बड़ा अफसर मिला है। नाम है महिम वर्मा…उत्तराखंड के महिम वर्मा बीसीसीआई में उपाध्यक्ष बने हैं और इसके साथ ही वो सौरभ गांगुली के साथ अब नई पारी का आगाज करेंगे। उत्तराखंड कक्रिके को नए आयाम पर पहुंचाने में महिम के परिवार का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उनके पिता पीसी वर्मा 40 वर्षों से उत्तराखंड में क्रिकेट के भविष्य को संवारने में जुटे थे। पीसी वर्मा की कड़ी मेहनत की तारीफ गृहमंत्री अमित शाह और राजीव शुक्ला ने भी की है। अब तक महिम क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड में सचिव पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। लेकिन अब उन्हें बीसीसीआई में उपाध्यक्ष पद की बड़ी जिम्मेदारी मिली है। इसके साथ ही वो उत्तराखंड के पहले व्यक्ति बन गए हैं, जिन्हें बीसीसीआई में बड़ा पद मिला है।
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आपको बता दें कि बीते ढाई साल उत्तराखंड में क्रिकेट के लिए काफी सुखद रहे हैं। तीन बड़े फैसलों लने मानो उत्तराखखंड क्रिकेट की तकदीर ही बदल दी। पहले उत्तराखंड क्रिकेट टीम को बीसीसीआई से मान्यता मिली। इसके बाद मान्यता पर लटका फैसला भी सुलझाया गया और अब बीसीसीआई में उपाध्यक्ष के रूप में उत्तराखंड के चेहरे को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। साफ है कि उत्तराखंड के हक में बड़े फैसले हुए हैं। महिम वर्मा के पिता पीसी वर्मा की ओर से हर साल उत्तराखंड में गोल्ड कप जैसा बडड़ा टूर्नामेंट कराया जाता है। पीसी वर्मा ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को मान्यता दिलाने के लिए और उत्तराखंड क्रिकेट के भविष्य को सुखखद बनाने के लिए भी संघर्ष किया। अब जाकर महिम वर्मा को एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है। शुभकामनाएं