उत्तराखंड देहरादूनKishor upadhyay on gairsain bhararisain

उत्तराखंड सरकार स्थाई राजधानी का फैसला ले, पहाड़ का दर्द समझें - किशोर

उपाध्याय ने कहा कि वे दो राजधानियों की अवधारणा के ख़िलाफ़ हैं और अगर दो राजधानियाँ बननी हैं तो शीतक़ालीन राजधानी भराड़ी सैण को बनाया जाए।

उत्तराखंड न्यूज: Kishor upadhyay on gairsain bhararisain
Image: Kishor upadhyay on gairsain bhararisain (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने विधानसभा का सत्र भराड़ी सैण में आहूत न करने पर भाजपा सरकार की निन्दा की है। उन्होंने कहा कि भराड़ीसैण में पूर्व सीएम हरीश रावत ने उपवास किया, मैं उसका पूरा समर्थन करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि ‘राजधानी के मुद्दे को बीजेपी सिर्फ राजनैतिक लाभ लेने के लिए इस्तेमाल करती है’। किशोर ने आगे कहा कि ‘भाजपा ने राजधानी के मामले में प्रदेश को मकड़जाल में फँसाया है। उस समय बने तीन राज्यों में सिर्फ़ उत्तराखंड को अस्थायी राजधानी के तिलिस्म में फँसा दिया गया है। इस समय डबल इंजन की सरकार स्थायी राजधानी का निर्णय ले’। किशोर उपाध्याय ने कहा कि वे दो राजधानियों की अवधारणा के ख़िलाफ़ हैं और अगर दो राजधानियाँ बननी हैं तो शीतक़ालीन राजधानी भराड़ी सैण को बनाया जाए, जिससे हुक्मरान पहाड़ी क्षेत्र की समस्याओं को महसूस कर सकें। गर्मियों में मैदानी क्षेत्र की समस्याओं और गर्मी से रूबरू हो सकें। राजधानी जनता के लिये बने, न कि हुक्मरानों की ऐश के लिये’। उपाध्याय ने कहा कि वे उत्तराखंड राज्य आन्दोलन के महानायक स्व. इन्द्रमणि बडोनी जी के जन्मदिन पर उनकी पवित्र जन्मभूमि ‘अखोड़ी’से जन जागरण कार्यक्रम की रूपरेखा तय करेंगे।