रुड़की: बेरोजगार होने का दर्द क्या होता है, ये घर में खाली बैठे बेटों से पूछिए। हर नजर में इन युवाओं के लिए बस यही एक सवाल होता है ‘आगे क्या करोगे’। इस सवाल के जवाब में हर युवा किसी तरह जॉब हासिल कर लेना चाहता है। सरकारी जॉब हो तो और भी बढ़िया। युवाओं के इन्हीं सपनों और मजबूरियों को कुछ शातिर लोग अपना धंधा चमकाने का जरिया बना लेते हैं। रुड़की में फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा (Forest Guard Bharti paper leak) में नकल कराने का झांसा देने वाला मुकेश सैनी भी यही कर रहा था। उसने युवाओं से कहा था कि वो ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए उन्हें नकल कराएगा। इस काम में मुकेश का पूरा गिरोह शामिल था। जो कि एक लाख रुपये लेकर नकल कराने का झांसा दे रहा था। दो युवकों की शिकायत के बाद पुलिस ने मुकेश को गिरफ्तार कर लिया। मुकेश मंगलौर के नारसन खुर्द में कोचिंग सेंटर चलाता है। पुलिस जांच में पता चला कि मुकेश सैनी का नेटवर्क उत्तराखंड ही नहीं बल्कि यूपी तक फैला हुआ था।
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बिजनौर और सहारनपुर के कई युवक उसके मंगलौर में बने कोचिंग सेंटर में कोचिंग करने आते थे। जो युवक कोचिंग सेंटर में आते थे उन्हें वो परीक्षा में पास कराने (Forest Guard Bharti paper leak) और नौकरी लगवाने का झांसा देता था। पुलिस के हत्थे चढ़ चुके मुकेश के बारे में एक के बाद एक राज खुल रहे हैं। मुकेश ने युवाओं को झांसा देने के लिए बकायदा लोग रखे हुए थे। गिरोह के ये सदस्य बेरोजगार युवाओं को ब्लूटूथ से नकल कराकर पास होने का झांसा भी देते थे। उनसे लाखों वसूले जाते थे। इससे पहले मुकेश सैनी के खिलाफ साल 2016 में एसएससी की परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कराने के मामले में धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज हो चुका है। यही नहीं वर्ष 2018 में मुकेश के खिलाफ एलटी की परीक्षा के पेपर लीक कराने के लिए पैसे लेने के आरोप में भी केस दर्ज हुआ था। पुलिस आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है, साथ ही गिरोह के संपर्क में रहने वाले युवाओं की भी जानकारी जुटा रही है।