उत्तराखंड टिहरी गढ़वालPratibha negi of tehri garhwal become scientist in isro

गढ़वाल के खुरेत गांव की बेटी, इसरो में वैज्ञानिक बनकर कर रही है देश सेवा

टिहरी गढ़वाल के चंबा की रहने वाली प्रतिभा नेगी (pratibha negi isro) का चयन इसरो में साइंटिस्ट के पद पर हुआ था, अब वो वैज्ञानिक बन देश की सेवा कर रही हैं।

Pratibha negi tehri garhwal: Pratibha negi of tehri garhwal become scientist in isro
Image: Pratibha negi of tehri garhwal become scientist in isro (Source: Social Media)

टिहरी गढ़वाल: खेल हो, मनोरंजन हो या फिर विज्ञान...हर क्षेत्र में पहाड़ की बेटियां मजबूती से आगे बढ़ रही हैं। अपनी उपलब्धियों से उत्तराखंड का नाम रोशन कर रही हैं। ऐसी ही होनहार बिटिया है टहरी गढ़वाल के चंबा की प्रतिभा नेगी (pratibha negi isro) , जिनका चयन इसरो में साइंटिस्ट के तौर पर हुआ था। अब वो इसरो में वैज्ञानिक के तौर पर सेवाएं दे रही हैं। प्रतिभा नेगी चंबा के खुरेत गांव की रहने वाली हैं। महज 23 साल की उम्र में इसरो में वैज्ञानिक बनने वाली प्रतिभा ने हाईस्कूल की पढ़ाई चंबा से की। इंटर की पढ़ाई उन्होंने नई टिहरी के ऑल सेंट स्कूल से की। प्रतिभा बचपन से ही होनहार थीं और हमेशा से वैज्ञानिक बनने का सपना देखा करती थीं। इंटर के बाद उन्होंने हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बीपुरम से बीटेक किया। बीटेक करने के बाद वो मोतीलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमटेक की पढ़ाई कर रही थीं, इसी दौरान उनका चयन इसरो में हो गया। इसरो की तरफ से दिल्ली में अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया था, जिसमें प्रतिभा ने भी हिस्सा लिया। बाद में उन्होंने मौखिक परीक्षा पास की, जिसके बाद वो इसरो में वैज्ञानिक पद के लिए चुन ली गईं। उन्हें इसरो के बंगलुरू स्थित सेंटर में नियुक्ति मिली है। प्रतिभा (pratibha negi isro) के पिता सब्बल सिंह नेगी और मां अंजना नेगी शिक्षक हैं। परिवार वाले बेटी की सफलता से गदगद हैं। पिता सब्बल सिंह नेगी कहते हैं कि प्रतिभा हमेशा से वैज्ञानिक बनने का सपना देखा करती थीं, हमें खुशी है कि उनका सपना पूरा हुआ।
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