देहरादून: कोरोना वायरस ने अपना असर भारत में भी दिखाना शुरू कर दिया है। भारत में अधिकांश राज्यों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। स्कूलों, कॉलेजों को 31 मार्च तक बन्द करने का एलान कर दिया गया है। वायरस का असर अब उत्तराखंड (Coronavirus uttarakhand) में भी देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड में भी 12 तक के सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिये हैं। एक के बाद एक कार्यक्रमों को स्थगित किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय समिट के बाद अब देहरादून स्थित वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान का सेमिनार भी स्थगित कर दिया गया है। जिलाधिकारियों को ये अधिकार मिला है कि वो किसी भी जगह का मॉल, सिनेमा हॉल, और पब्लिक प्लेस को बंद करा सकते हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने होटलों में सुरक्षा के विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए क्योंकि होटलों में विदेशी पर्यटकों का आना-जाना होता रहता है।
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मुख्यमंत्री ने जनता से अपील भी की। उन्होंने यह भी कहा कि आइसोलेशन वॉर्डस में 248 संदिग्धों के ऊपर निगरानी रखी जा रही है। 22 हज़ार से अधिक विदेशी यात्रियों की जांच हो चुकी है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर हजारों लोगों की जांच हो चुकी है। कोरोना वायरस (Coronavirus uttarakhand) को लेकर कोरिया, जापान, स्पेन और जर्मनी से आये लोगों की भी स्क्रीनिंग की जा रही है। उनका लगातार स्वास्थ्य परीक्षण चल रहा है जिसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। मुख्यमंत्री ने ये भी बताया कि 12 लोगों की स्वास्थ्य रिपोर्ट्स नेगेटिव आयी हैं, और सभी हरिद्वार, नैनीताल के लोग हैं।
गांव और पंचायतों में जागरूकता कार्यक्रम लगातार चल रहे हैं। कोरोना के लिए हेल्पलाइन नम्बर 104 ( टोल फ्री) भी मुख्यमंत्री द्वारा जारी किया गया। इसी के साथ मुख्यमंत्री ने जनता से अपील करी की सतर्कता ही इस वायरस को हरा सकती है। खाँसी जुकाम होते ही तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें। घबराए नहीं। नमस्ते करें, हाथ न मिलाएं, गले न मिलें। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को प्रदेश में कर्मचारियों के चल रहे पदोन्नति में मिल रहे आरक्षण के खिलाफ आंदोलन और कोरोना को लेकर भी मुख्य सचिव के साथ वार्ता की।