रुद्रप्रयाग: देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन लगा। हम सब अपने-अपने घरों में सुरक्षित हैं, कई लोग दूसरे राज्यों से अपने घर सकुशल वापसी कर चुके हैं, मगर अब भी कई ऐसे लोग जो अपने कार्यस्थलों पर ही फंस रखे हैं, अपने परिजनों से दूर हैं, जो इन कठिन दिनों में सकुशल घर वापसी करना चाहते हैं। आज राज्य समीक्षा फिर से ऐसे लोगों की आवाज़ बनकर और एक्सक्लूसिव खबर लेकर सामने आया है। बैंगलोर के यशवंतपुर इलाके में उत्तराखंड के तकरीबन 20 से अधिक युवा फंसे हुए हैं। लॉकडाउन के चलते सबको नसीहत है कि बाहर न निकलें। सभी ट्रेन, फ्लाइट्स निरस्त किये जा चुके हैं। मगर इन लोगों का क्या जिनकर घर-परिवार उत्तराखंड में हैं मगर वे उनसे मिलों दूर परेशानी में फंसे हुए हैं। न ही खाने के लिए पूरी व्यवस्था हो पा रही है, और न ही रहने का कहीं ठिकाना। वे उत्तराखंड सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उनको उत्तराखंड वापस जाने दिया जाए।
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सवाल उठता है क्या इनकी मदद करने के कोई सामने आएगा? बैंगलोर में कठिन हालातों में फंसे इन उत्तराखंड के युवाओं की ज़िम्मेदारी कौन लेगा? राज्य समीक्षा ने वहां पर फंसे लोगों से बात की, उनकी परेशानी जानी। विकास ने बताया कि पिछले कई दिनों से वो और उनके साथ तकरीबन 25 साथी पिछले कई दिनों से बैंगलोर के यशवंतपुर में फंसे हुए हैं। रहने के नाम पर मात्र एक छोटा सा कमरा है। खाने-पीने का भी ठीक से इंतज़ाम नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि 23 तारीख की सबकी टिकट बुक थीं मगर लॉकडाउन के चलते उनका घर जाना संभव नहीं हो पाया। किसी तरह वे सब एक छोटे से कमरे में दिन बिता रहे हैं। सबको आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ रहा है। सभी लोग बुरी तरह से फंस रखे हैं और अबतक उनको किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिल पाई है। वीडियो में उन्होंने उत्तराखंड सरकार से अपील की है कि उनके लिए जल्द से जल्द मदद भेजें।