उत्तराखंड देहरादून61000 people have registered to come back to uttarakhand

उत्तराखंड में 60 हजार से ज्यादा लोगों की होगी घर वापसी? पहली लिस्ट तैयार..देखिए पूरी डिटेल

सरकार द्वारा जो लिंक जारी किया था, उसमें अब तक 61 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है। इन लोगों को घर लाने की तैयारी हो रही है। पढ़िए पूरी खबर..

Dehradun News: 61000 people have registered to come back to uttarakhand
Image: 61000 people have registered to come back to uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: ये बात आपको पता ही होगी कि कल ही उत्तराखंड सरकार द्वारा एक लिंक जारी किया गया था। इसके अलावा कुछ फोन नंबर भी जारी किए गए थे। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक गवर्नमेंट कमिटी फॉर माइग्रेंट्स उत्तराखंड के नोडल ऑफिसर शैलेश बगोली ने बड़ी जानकारी दी है। उनका कहना है सरकार द्वारा बाहर फंसे लोगों के लिए एक लिंक जारी किया गया था। इस लिंक पर अब तक 61000 लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। शैलेश बगौली का कहना है कि ये पहला बैच है और अब इन लोगों से कांटेक्ट किया जाएगा। आज से ही इस काम की शुरुआत हो जाएगी और जल्द से जल्द बाहर फंसे लोगों को वापस उत्तराखंड लाया जाएगा। उत्तराखंड सरकार ने बाहरी प्रदेशों में फंसे लोगों को वापस लाने की दिशा में कार्य करना शुरु कर दिया है। गढ़वाल और कुमाऊं में अलग अलग अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
1- गढ़वाल में इन अधिकारियों मिली जिम्मेदारी
पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून और महाप्रबन्धक उत्तराखंड परिवहन निगम देहरादून
2- कुमाऊं में इन्हें मिली जिम्मेदारी
पुलिस अधीक्षक यातायात हल्द्वानी और नगर मजिस्ट्रेट हल्द्वानी ।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड से बाहर फंसे लोग इन 15 नंबरों पर कॉल करें, आपको घर लाएगी सरकार
जो भी लोग उत्तराखंड से बाहर फंसे हैं, वो इस लिंक पर क्लिक करें और तुरंत रजिस्ट्रेशन करें। प्रवासी उत्तराखंडियों को इसमें रजिस्ट्रेशन करवाने का आग्रह किया गया है। यहां रजिस्ट्रेशन के जरिये त्रिवेन्द्र सरकार लोगों की संख्या और लोकेशन की जानकारी ले पाएगी। इस तरह से लोगों को राज्य में आसानी से वापस लाया जा सकेगा। अगर आप भी कहीं फंसे हैं तो इस लिंक पर रजिस्ट्रेशन कर उत्तराखंड वापसी कर सकते हैं। सीएम त्रिवेन्द्र ने ट्विटर पर लिखा है कि बाहरी प्रदेशों में फंसे उत्तराखंडवासियों की जल्द वापसी की तैयारी के निर्देश मुख्य सचिव को दिए हैं। मैं विश्वास दिलाता हूं, बाहर फंसा जो भी उत्तराखंडी अपने राज्य लौटना चाहता है, उसकी वापसी के उचित प्रबंध किए जाएंगे।