उत्तराखंड देहरादूनcoronavirus spreading in Niranjanpur Mandi dehradun

Coronavirus: देहरादून पर बड़ा खतरा, हाई रिस्क ज़ोन में बड़ी लापरवाही

मंडी में कोरोना संक्रमण के कई केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग का काम शुरू तो किया, लेकिन दो दिन बाद ही सैंपलिंग रोक दी गई। हाई रिस्क जोन होने के बावजूद प्रशासन मामले की गंभीरता को समझ नहीं रहा...

Coronavirus Uttarakhand: coronavirus spreading in Niranjanpur Mandi dehradun
Image: coronavirus spreading in Niranjanpur Mandi dehradun (Source: Social Media)

देहरादून: देहरादून की निरंजपुर सब्जी मंडी पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चाओं में है। यहां एक के बाद एक कई आढ़ती और उनके परिजन कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन बेपरवाह बना हुआ है। मंडी को फिलहाल बंद करने की कोई योजना नहीं है, इसलिए यहां से संक्रमण दूसरे इलाकों में फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है। निरंजनपुर सब्जी मंडी के तीन ब्लॉक में कई लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। कोरोना संक्रमण के कई केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग का काम शुरू तो किया, लेकिन दो दिन बाद ही सैंपलिंग रोक दी गई। हाई रिस्क एरिया होने के बावजूद यहां ना तो सैंपलिंग का काम हो रहा है, और ना ही मंडी को बंद करने के कदम उठाए गए हैं। ऐसे हालात में निरंजपुर सब्जी मंडी शहर में कोरोना संक्रमण का केंद्र बन सकती है। निरंजनपुर मंडी में कोरोना संक्रमण के कई केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग का काम शुरू तो किया, लेकिन दो दिन बाद ही सैंपलिंग रोक दी गई। हाई रिस्क जोन होने के बावजूद प्रशासन मामले की गंभीरता को समझ नहीं रहा...

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - देहरादून की सबसे बड़ी सब्जी मंडी बंद, कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद सख्त पहरा
मंडी में कोरोना संक्रमण का पहला केस मिलने के बाद भी जिम्मेदार महकमों ने गंभीरता नहीं दिखाई थी। नतीजा सबके सामने है। यहां कई आढ़ती और उनके परिजन कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। शुक्रवार को मंडी से 99 और शनिवार को 57 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। रविवार को मंडी बंद रही। सोमवार और मंगलवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां सैंपल लेने नहीं पहुंची। पूछने पर अधिकारियों ने कहा कि सैंपलिंग के लिए टीम नहीं है। ऐसे मे सवाल यही उठता है कि अगर बचाव के संसाधन नहीं हैं तो यहां कारोबार के लिए आ रहे आढ़ती, वेंडर और कर्मचारियों की सुरक्षा का जिम्मा कौन लेगा। क्या इन्हें भगवान के भरोसे छोड़ दिया जाए। आपको बता दें कि मंडी में सबसे पहले डी-ब्लॉक के एक आढ़ती के कर्मचारी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। बाद में कर्मचारी के पिता और कई अन्य आढ़ती और कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित मिले। डी-ब्लॉक के पास स्थित ए-ब्लॉक में भी दो आढ़ती कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसी तरह बी-ब्लॉक में भी कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। मंगलवार को एक आढ़ती और उसके परिवार के 4 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बावजूद प्रशासन यहां ना तो सैंपलिंग का काम करा रहा है, ना ही मंडी को बंद करने के लिए कोई कदम उठाए गए हैं।