उत्तराखंड नैनीतालLeopard attack 16 year girl in bailparao nainital

उत्तराखंड: 16 साल की बच्ची को गुलदार ने बनाया निवाला, गांव में मचा कोहराम

सहेलियों के साथ कपड़े धो रही एक 16 वर्षीय किशोरी को गुलदार ने उत्तराखंड के रामनगर में अपना शिकार बना लिया जिसमें किशोरी की मृत्यु हो गई है। चलिए आपको पूरी घटना से अवगत कराते हैं।

Nainital guldar: Leopard attack 16 year girl in bailparao nainital
Image: Leopard attack 16 year girl in bailparao nainital (Source: Social Media)

नैनीताल: गांवों में जंगली जानवरों का खौफ बढ़ता ही नजर आ रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में गुलदार का भी खूब दबदबा है। वह न केवल बेखौफ खुले आम घूमते नजर आ रहे हैं यहां तक कि वो दिन-दहाड़े लोगों के ऊपर जानलेवा हमला भी कर रहे हैं। गुलदार ने कई लोगों को अपनी चपेट में लेकर मौत के घाट उतारा है। ऐसा ही कुछ उत्तराखंड के रामनगर में भी देखने को मिला। घटना रामनगर के वन प्रभाग की बैलपड़ाव रेंज के अंतर्गत आने वाले ग्राम मदनवैल की है। वहां गुलदार ने एक 16 साल की बच्ची को अपना निवाला बना लिया। बालिका की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद से ही गांव में बुरी तरह कोहराम मचा हुआ है। बालिका के परिजनों के आंसू थम नहीं रहे हैं। चलिए आपको पूरी घटना से अवगत कराते हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक जंगल से सटे हुए मदनवैल गांव में कुछ ही दिनों पहले हादसे का शिकार हुई ममता (पुत्री जीवन लाल ) अपनी कुछ सहेलियों के साथ नहर में कपड़े धो रही थी कि तभी वहां खूंखार गुलदार आ धमका। आगे पढ़िए

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - धन्य है पहाड़ का ये युवा किसान... 5000 उधार लेकर शुरू की खेती, अब शानदार कमाई
गुलदार को अचानक सामने देख सभी बच्चियां अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागीं। सभी खुद की जान बचाने में कामयाब हुईं मगर बदकिस्मती से 16 वर्षीय ममता गुलदार की चपेट में आ गई। खूंखार गुलदार ने उसको दबोचा और जंगल की ओर ले गया। इसी बीच डरी-सहमी गुलदार के चंगुल से खुद को बचा कर लौटीं लड़कियों ने ममता के परिजनों और अन्य गांव के लोगों को इसकी सूचना थी। सभी लोग आनन-फानन में नहर की ओर गए तो वहां का मंजर देख कर उनके होश उड़ गए। गुलदार ने तब तक भी बच्ची को दबोचा हुआ था। लोगों द्वारा शोर मचाया गया तब जाकर कहीं गुलदार ने बच्ची को रिहा किया और जंगलों में भाग गया। हमला इतना खतरनाक था कि मात्र 16 साल की ममता अपने प्राण खो बैठी। अपनी बच्ची को हमेशा-हमेशा के लिए खो देने के बाद से ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मात्र 16 साल की बच्ची के जीवन का अंत इतना दर्दनाक होगा यह किसी ने नहीं सोचा था। हमले के बाद पुलिस विभाग और वन विभाग मौके पर पहुंचे। घटना के बाद से गांव में हड़कंप मचा हुआ है और ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। उनकी मांग है कि गांववालों को गुलदार के आतंक से जल्द से जल्द छुटकारा मिले। फिलहाल वन विभाग द्वारा घटनास्थल के पास पिंजरा लगा दिया गया है और सावधानी बरती जा रही है।