हल्द्वानी: हल्द्वानी का सुशीला तिवारी हॉस्पिटल। इसे कोविड-19 केयर सेंटर बनाया गया है। नैनीताल और आस-पास के इलाकों में जो भी कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, उनका यहीं पर इलाज चल रहा है। बुधवार सुबह यहां से एक कोरोना पॉजिटिव मरीज फरार हो गया था। मरीज की पहचान 60 साल के रईस अहमद के रूप में हुई। रईस अहमद रामनगर का रहने वाला था। पुलिस फरार मरीज को जगह-जगह तलाश रही थी। इस बीच गुरुवार को मरीज मिला तो, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मरीज की लाश सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के प्राइवेट वार्ड में पड़ी मिली। अब इस मामले में एसटीएच प्रशासन पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। मृतक रईस अहमद के बेटे सरफराज ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। मृतक रईस अहमद के बेटे सरफराज ने कहा कि ड्यूटी पर कई कर्मचारियों के तैनात होने के बावजूद उनके पिता वार्ड से कैसे गायब हो गये, ये बड़ा सवाल है। उन्होंने इस मामले में जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मामले में अब तक क्या-क्या हुआ ये भी बताते हैं। रामनगर के रहने वाले रईस अहमद 1 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव मिले थे। उन्हें इलाज के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। आगे पढ़िए
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बुधवार सुबह रईस अहमद अपने वार्ड से गायब मिले। इस घटना से अस्पताल में हड़कंप मच गया। पुलिस और अस्पताल कर्मी गायब मरीज को पूरे दिन ढूंढते रहे, लेकिन मरीज का कुछ पता नहीं चला। गुरुवार सुबह जब कर्मचारी फर्स्ट फ्लोर पर बने प्राइवेट वार्ड में सफाई कर रहे थे तो उन्हें वहां रईस अहमद फर्श पर पड़े नजर आए। जांच करने पर पता चला कि रईस अहमद की मौत हो गई है। पिता की मौत की खबर बेटे सरफराज को मिली तो वो अस्पताल पहुंच गया और अस्पतालकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए। अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो सका कि मरीज की मौत किन कारणों के चलते हुई है। अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव होने से पहले मरीज डायबिटीज, निमोनिया और ब्लड प्रेशर रोग से पीड़ित था। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
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