देहरादून: उत्तराखंड एक बड़ी खबर सामने आ रही है। हम सब जानते ही होंगे कि कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से कई लोगों के व्यवसाय के ऊपर ताला पड़ चुका है। सब कुछ बंद होने के कारण तमाम व्यवसायों के ऊपर ताला पड़ चुका है। इन्हीं में से एक व्यवसाय है कोचिंग सेंटर। जी हां, मार्च में हुए लॉकडाउन से लेकर अबतक कोचिंग सेंटरों को खोला नहीं गया है। कई समय से बंद पड़ी दुकानों और अन्य संस्थाओं को सरकार द्वारा धीरे-धीरे अनलॉक के तहत खोलने की अनुमति दी जा रही है। यहां तक कि स्कूल का संचालन करने की अनुमति भी मिल चुकी है मगर कोचिंग सेंटरों को खोलने की अनुमति अबतक नहीं मिल पाई है। तकरीबन 6 महीने से लॉकडाउन के चलते राज्य के सभी कोचिंग इंस्टिट्यूट बंद चल रहे हैं जिस वजह से उनके संचालकों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
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देहरादून समेत राज्य के तमाम जिलों के कोचिंग सेंटर वालों की मांग थी कि उनको अनलॉक-2 के तहत कोचिंग सेंटर खोलने की अनुमति दें मगर सरकार द्वारा उनकी मांग को लगातार दरकिनार किया गया। संस्थान के मालिक सरकार से आर्थिक मदद की उम्मीद भी कर रहे थे मगर मदद नहीं मिली। अब ईटीवी न्यूज़ की खबर के मुताबिक कोचिंग इंस्टीट्यूट संचालकों के सब्र का बांध भी टूटने लगा है। अब देहरादून समेत राज्य भर के 600 कोचिंग इंस्टिट्यूट्स के संचालकों ने एकजुट होकर अपने लिए स्वयं निर्णय लिया है। सबने आने वाले 1 अक्टूबर से कोचिंग संस्थानों को खोलने का फैसला लिया है। शहर के कोचिंग इंस्टिट्यूट संचालकों ने सरकार के विरुद्ध जाकर अपने कोचिंग इंस्टिट्यूट का संचालन शुरू करने का यह ठोस फैसला लिया है।
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दून समेत राज्य के सभी कोचिंग इंस्टिट्यूट के संचालक सरकार के विरुद्ध जाकर फैसला लेने पर मजबूर हैं। उन्होंने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि अनलॉक के दूसरे चरण से ही वह सरकार से लगातार गुहार लगा रहे हैं। वे प्रयास कर रहे हैं कि सरकार उनकी फरियाद को सुने, मगर सरकार के पास उनकी फरियाद सुनने तक का समय नहीं है। 2 दिन पहले ही कुछ कोचिंग इंस्टीट्यूट संचालकों ने मुख्य सचिव ओमप्रकाश से मुलाकात भी की थी मगर उस दौरान भी उनको आश्वासनों के सिवा और कुछ नहीं मिला। ऐसे में अब स्वयं ही प्रदेश के सभी कोचिंग इंस्टीट्यूट संचालकों ने यह फैसला किया है कि आने वाले 1 अक्टूबर से वह खुद ही अपने कोचिंग इंस्टिट्यूट का संचालन शुरू कर देंगे। बता दें आगामी 1 अक्टूबर से राजधानी देहरादून समेत प्रदेश भर के 600 से अधिक छोटे-बड़े कोचिंग इंस्टिट्यूट का संचालन होने जा रहा है।