उत्तराखंड रुद्रप्रयागPeople are coming to Kedarnath without wearing masks

केदारनाथ धाम में बिना मास्क पहने आ रहे हैं लोग, कब टूटेगी पुलिस और प्रशासन की नींद?

केदारनाथ में खुलेआम कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन होते हुए दिख रहा है। अधिकांश श्रद्धालु बिना मास्क के ही मंदिर परिसर के अंदर प्रवेश कर रहे हैं

Kedarnath Dham: People are coming to Kedarnath without wearing masks
Image: People are coming to Kedarnath without wearing masks (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: सरकार द्वारा मिली गई छूट के बाद और अनलॉक 5 की प्रक्रिया के तहत बहाल की गईं सभी सेवाओं के बाद केदारनाथ धाम में अचानक ही श्रध्दालुओं की तादाद बढ़ रही है और इसी के साथ बढ़ रहा है केदारनाथ धाम में लापरवाही का सिलसिला। भारी संख्या में श्रध्दालु बाबा केदार के दर्शन को पहुंच रहे हैं और केदारनाथ में खुलेआम कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन होते हुए दिख रहा है। अधिकांश श्रद्धालु बिना मास्क के ही मंदिर परिसर के अंदर प्रवेश कर रहे हैं और मंदिर समेत अन्य स्थानों पर भी एक साथ समूह में खड़े होकर सोशल डिस्टेंसिंग का मखौल उड़ा रहे हैं। उनके इस लापरवाही के कारण केदारनाथ धाम के अंदर कोरोना के फैलने का खतरा काफी अधिक बढ़ा हुआ है। बता दें कि सरकार द्वारा नई एसओपी जारी होने के बाद से चार धाम यात्रा में भारी छूट मिली है। आगे पढ़िए

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इसी का नतीजा है कि केदारनाथ धाम में पिछले 3 दिनों में लगभग 8000 से अधिक श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन करने आ चुके हैं। इससे एक ओर केदारनाथ की चहल-पहल तो वापस लौट आई है मगर मंदिर परिसर मंदिर मार्ग और तमाम जगहों पर श्रद्धालुओं की लापरवाही भी साफ दिखाई दे रही है। दर्शन करने आए अधिकांष श्रद्धालु बिना मास्क पहने हुए ही मंदिर में दर्शन कर रहे हैं। बता दें कि जबसे यात्रा की शुरुआत हुई है तबसे ही यात्रियों में अधिकांश के बिना मास्क पहने की शिकायतें मिलती आ रही हैं। हालांकि उस समय तक भीड़ न होने के कारण यह समस्या नजरअंदाज होती आई मगर अब हजारों की संख्या में लोग बिना मास्क के केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं, और अचंभित करने वाली बात है कि अभी तक इसका कोई ठोस उपाय नहीं हो पा रहा है।

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वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का भी मंदिर व मंदिर परिसर के अंदर पालन नहीं हो पा रहा है। लोग भारी संख्या में समूह बनाकर खड़े हो रहे हैं इससे उनके साथ खड़े श्रध्दालु समेत मंदिर के सभी कर्मचारियों और मुख्य पुजारियों को भी खतरा बना हुआ है। यात्रियों से यह बार-बार अपील की जा रही है कि वह मास्क पहनें और सामाजिक दूरी का पालन करें मगर कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस समस्या को देखते हुए डीएम वंदना ने सीएमओ को यात्रा ड्यूटी पर तैनात कर्मियों की सैंपलिंग लेने के आदेश दिए हैं। धाम में पहुंच रहे सभी श्रध्दालुओं की भी थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। डीएम वंदना ने बताया कि केदारनाथ में केदारनाथ व केदारनाथ घाटी में शुरू हुए हेली सर्विस के तहत हेलीपैड के अंदर भी जांच की जाएगी। वहीं सोनप्रयाग-गौरीकुंड शटल सेवा से जुड़े सभी वाहन चालकों की भी हर महीने सैंपलिंग के निर्देश दिए गए हैं। सभी वाहन चालकों को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इसी के साथ केदारनाथ के मुख्य पुजारी द्वारा शिव शंकर लिंग की पूजा के बाद उनकी हर रोज कोरोना जांच की जाएगी।