उत्तराखंड पौड़ी गढ़वालLeopard attack on two youths in Pauri Garhwal

गढ़वाल: बाइक से घर लौट रहे दो लोगों गुलदार का हमला..इलाके में दहशत

व्यापारी सुरेंद्र सिंह बिष्ट दुकान बंद करने के बाद अपने साथी संग बाइक से घर की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान गुलदार ने बाइकसवारों पर हमला कर दिया। आगे पढ़िए पूरी खबर

Pauri Garhwal News: Leopard attack on two youths in Pauri Garhwal
Image: Leopard attack on two youths in Pauri Garhwal (Source: Social Media)

पौड़ी गढ़वाल: कोरोना काल के बीच नरभक्षी गुलदार लोगों के लिए दहशत का सबब बने हुए हैं। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक ऐसा कोई जिला नहीं जहां गुलदार के हमले की घटनाएं ना हो रही हों। कभी सिर्फ जंगल तक सीमित रहने वाले गुलदार अब इंसानी बस्तियों में दाखिल हो रहे हैं। लोगों पर हमला कर रहे हैं। बाइकसवारों पर झपट रहे हैं। ताजा मामला पौड़ी गढ़वाल के नैनीडांडा ब्लॉक का है। जहां बाइक से घर लौट रहे व्यापारी और उनके साथी पर गुलदार ने हमला कर दिया। घायल व्यापारी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित व्यापारी का नाम सुरेंद्र सिंह बिष्ट है। वो खुटिंडा गांव में रहते हैं। शनिवार को सुरेंद्र सिंह बिष्ट शाम करीब साढ़े सात बजे दुकान बंद करने के बाद धुमाकोट बाजार से अपने घर की तरफ लौट रहे थे। दुकान में काफी देर हो जाने की वजह से सुरेंद्र ने अपने किसी परिचित से बाइक से घर छोड़ने को कहा। दोनों बाइक पर सवार होकर गांव की तरफ निकल पड़े। आगे पढ़िए

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बाइक बाजार से निकल कर जैसे ही पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के पास पहुंची तो वहां घात लगा कर बैठे गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। शुक्र है कि बाइक चला रहे युवक ने धैर्य बनाए रखते हुए बाइक तुरंत आगे बढ़ा दी। जिससे दोनों बाइक सवारों की जान बच गई। हालांकि इस दौरान बाइक में पीछे बैठे सुरेंद्र सिंह का एक पैर गुलदार के पंजे से जख्मी हो गया। घटना की जानकारी मिलने पर बाजार से लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और घायल व्यापारी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। आपको बता दें कि नैनीडांडा में बीते 28 अक्टूबर को केलधार गांव में रहने वाले एक बुजुर्ग को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया था। गुलदार के हमले की बढ़ती घटनाओं से गांव में दहशत है। लोगों ने वन विभाग से गुलदार को आदमखोर घोषित कर उसके खात्मे की मांग की। गांव वाले वन विभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने की मांग भी कर रहे हैं।