देहरादून: भारत में सभी धर्मों को समान सम्मान देने का इतिहास रहा है। मसूरी में रहने वाले एक 70 वर्षीय बुजुर्ग ने भी इसी परंपरा को कायम रखते हुए सर्वधर्म समभाव की एक शानदार मिसाल पेश की। बुजुर्ग महमूद हसन ने राम मंदिर निर्माण के लिए 1100 रुपये की सहयोग राशि दी है। उन्होंने ये राशि बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष राकेश रावत को सौंपी, जो कि राम मंदिर धन संग्रह के कार्य से जुड़े हैं। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए लोग बढ़-चढ़ कर दान कर रहे हैं। इस अभियान में मुस्लिम समुदाय के लोग भी आगे आकर सहयोग राशि दे रहे हैं। धर्मनिरपेक्षता और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए मसूरी के 70 वर्षीय महमूद हसन ने भी बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए 11 सौ रुपये दान दिए। दान की राशि ना देखकर हमें दानकर्ता के मन का भाव देखना चाहिए। उत्तराखंड के बुजुर्ग महमूद हसन भी मंदिर निर्माण के लिए दान देकर सुर्खियों में बने हुए हैं। उनका ये दान हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल बना हुआ है। महमूद हसन पीएम नरेंद्र मोदी के प्रशंसकों में से एक हैं। मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले महमूद हसन पीएम मोदी से मुलाकात भी कर चुके हैं। आगे पढ़िए
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महमूद हसन ने बताया कि साल 2009 में जब नरेंद्र मोदी मसूरी आए थे तो महमूद ने उनकी मसाज की थी। उन्होंने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा देश की एकता और अखंडता के साथ विकास के लिए किए जा रहे कार्यों से काफी खुश हैं। महमूद हसन ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी देश के विकास के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। करोड़ों देशवासियों की तरह वो भी पीएम नरेंद्र मोदी से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि वो मध्यम वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। इसलिए राम मंदिर निर्माण के लिए छोटी राशि दान कर सके। अगर उनकी सामर्थ्य होती तो वो इससे ज्यादा सहयोग करते। महमूद हसन ने राम मंदिर निर्माण के लिए बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष राकेश रावत को 11 सौ रुपये की रसीद काट कर दी। साथ ही दूसरे लोगों से भी अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के निर्माण में सहयोग करने की अपील की।