पिथौरागढ़: उत्तराखंड में जंगली जानवरों का आतंक पसरा हुआ है। दिनदहाड़े लोगों के ऊपर जंगली जानवर हमला कर देते हैं और या तो वे बेकसूर लोगों को मौत के घाट उतार देते हैं या फिर उनको गंभीर रूप से घायल कर देते हैं। पिथौरागढ़ से भी जंगली जानवरों के हमले की दो घटनाएं सामने आ रही हैं जिसके बाद से ही दोनों प्रभावित क्षेत्रों में सन्नाटा पसर चुका है। पिथौरागढ़ जनपद के ठांगा गांव में जानवर चराने गई एक महिला के ऊपर जंगली सूअर ने जानलेवा हमला कर दिया तो वहीं थल के डूंगरी गांव में बाजार जा रहे राजेंद्र सिंह मेहता के ऊपर भी गुलदार ने हमला कर उसको गंभीर रूप से घायल कर दिया। दोनों घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पहली घटना पिथौरागढ़ जनपद के ठांगा गांव की बताई जा रही है जहां पर एक महिला जानवर चराने के लिए जंगल गई थी और इस दौरान महिला पर सूअर ने जानलेवा हमला कर दिया जिसके बाद महिला पास के ही तालाब में गिर गई। बता दें कि महिला के पूरे शरीर में दांत के गहरे घाव हो गए हैं। आगे पढ़िए
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महिला के पति और अन्य ग्रामीण उसको टैक्सी से बेरीनाग लेकर आए जहां पर उसको 20 से भी अधिक टांके लगे हैं। डॉक्टर साक्षी अग्रवाल का कहना है कि महिला के शरीर पर विभिन्न हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं जिनका उपचार चल रहा है। फिलहाल महिला की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है मगर महिला को काफी गंभीर चोटें आई हैं। ग्राम प्रधान ने सूअर को मारने और महिला को मुआवजा देने की मांग की है। बता दें कि हादसे के बाद से ग्रामीणों के बीच में खौफ पसर चुका है। दूसरी घटना बेरीनाग थल के डूंगरी गांव की बताई जा रही है। गांव का निवासी राजेंद्र सिंह मेहता हाल ही में अपने खेत की ओर जा रहा था कि तभी घात लगाए गुलदार ने उसके ऊपर हमला कर दिया। गुलदार के हमला करते ही पास ही के खेत में काम कर रहीं कुछ महिलाओं ने शोर मचाना शुरू किया जिससे गुलदार जंगल की ओर वापस भाग गया। हमले की सूचना के बाद गांव के लोग मौके पर पहुंचे और घायल राजेंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य पहुंचाया गया। डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया है कि राजेंद्र खतरे से बाहर बताया जा रहा है मगर गुलदार ने उसके शरीर पर काफी गहरे जख्म किए हैं। वन विभाग को इस पूरी घटना की सूचना दे दी है।