चमोली: चमोली में आई जलप्रलय कई परिवारों को कभी न भूलने वाला दर्द दे गई। इस आपदा में जिन लोगों ने अपने लाडलों को खो दिया, उनमें 50 साल की भवानी देवी भी शामिल हैं। भवानी देवी का बेटा चमोली में आई आपदा के बाद से लापता है। बेटे के लापता होने के बाद भवानी देवी सदमे में है। उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पिछले साल भवानी देवी के पति का निधन हो गया था, और अब बड़ा बेटा लापता है। भवानी देवी चाईं गांव की रहने वाली हैं। कुछ साल पहले उनका मकान टूट गया था। तब से भवानी देवी का परिवार पंचायत भवन में रह रहा है। पिछले साल उनके पति का भी निधन गया। पिता की मौत के बाद उनका बड़ा बेटा साजन पंवार तपोवन जल विद्युत परियोजना में काम करने लगा। साजन की नौकरी लगने के बाद परिवार ने धीरे-धीरे घर बनाने का काम भी शुरू कर दिया था। परिवार जल्द ही पंचायत भवन से निकलकर अपने घर में जाने के सपने देख रहा था, लेकिन 7 फरवरी को आई जलप्रलय इन सपनों और उम्मीदों को भी अपने साथ बहा ले गई। आगे पढ़िए
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ऋषिगंगा की आपदा में भवानी देवी का बेटा लापता हो गया। इस आपदा ने उनके सपनों के साथ-साथ जिंदगी को भी बिखेर कर रख दिया। भवानी देवी फिलहाल अपने 16 साल के बेटे के साथ रह रही हैं, जो अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। बताया जा रहा है कि 3 साल पहले भवानी देवी का मकान टूट गया था। तब परिवार ने पंचायत भवन में आश्रय लिया था। 3 साल पहले दुखों का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वो अभी तक थमा नहीं है। पहले मकान टूटा, फिर पति गुजर गए और अब बेटे को भी खोने के बाद भवानी देवी पूरी तरह से टूट चुकी हैं। उनकी आंखें रो-रोकर पथरा गई हैं। बता दें कि चमोली में आपदा के बाद से लापता 204 लोगों में से अलग-अलग जगह से मानव अंग समेत कुल 70 शव मिले हैं, जबकि 134 लोग अभी भी लापता हैं। तपोवन स्थित टनल से अभी तक 16 शव मिल चुके हैं।