उत्तराखंड देहरादूनRT-PCR racket at Dehradun Medical College

उत्तराखंड: RT-PCR सैंपल की जांच में बड़े रैकेट का खुलासा..मेडिकल कॉलेज में चल रहा था धंधा

देहरादून मेडिकल कॉलेज में हो रहा था बेईमानी का धंधा। बाहर से दोगुने पैसों में सैंपल लेकर दून मेडिकल कॉलेज में मुफ्त में सैंपल जांच कराने वाले रैकेट का भंडाफोड़। जानिए पूरा मामला

Dehradun Medical College: RT-PCR racket at Dehradun Medical College
Image: RT-PCR racket at Dehradun Medical College (Source: Social Media)

देहरादून: देहरादून मेडिकल कॉलेज से एक चौंका देने वाली खबर सामने आ रही है। हिन्दुस्तान डॉट कॉम की खबर के मुताबिक देहरादून मेडिकल कॉलेज के द्वारा एक ऐसे रैकेट का खुलासा किया गया है जो कि काफी लंबे समय से लोगों से पैसे ऐंठ कर देहरादून मेडिकल कॉलेज के लैब में मुफ्त में सैंपल टेस्ट करवा रहा था। यह रैकेट बाहर से आरटीपीसीआर सैंपल जांच के दोगुने रुपए लेता था और उसके बाद इन सैंपलों की जांच दून मेडिकल कॉलेज में मुफ्त में करवा रहा था। हैरान करने वाली बात यह है कि बेईमानी के इस धंधे में देहरादून मेडिकल कॉलेज के ही कुछ स्टाफ मेंबर्स भी शामिल हैं। इसी के साथ एक प्राइवेट लैब के कर्मचारी का नाम भी इसमें सामने आया है। वहीं इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए देहरादून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष राणा ने इस पूरे मामले की जांच के लिए सीनियर प्रोफेसर नवीन थपलियाल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है अब यह कमेटी गहराई से इस पूरे मामले की जांच पड़ताल करेगी और इस पूरे मामले की तह तक जाएगी।

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आपको बता दें कि उत्तराखंड में सरकार ने प्राइवेट लैब के सैंपल का दाम 500 निर्धारित किया हुआ है। मगर देहरादून में मौजूद एक प्राइवेट पैथोलॉजी का एक कर्मचारी लोगों के घरों के अंदर जाकर उनका आरटी पीसीआर सैंपल लेता था और हर एक व्यक्ति से 800 से लेकर 1200 तक वसूलता था। और फिर पैथोलॉजी का वह कर्मचारी लोगों के सैंपल देहरादून के अस्पताल में भिजवाता था और वहां पर मुफ्त में इन सैंपलों की जांच करवाता था और ऐसा मेडिकल कॉलेज के स्टाफ की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है। सूत्रों के अनुसार देहरादून मेडिकल कॉलेज के अंदर बड़ी संख्या में ऐसे सैंपल की खेप आ रही थी जो कि अस्पताल से लिए नहीं जा रहे थे। जब शक हुआ तब लैब स्टाफ ने बाहर से आए सैंपलों में से 12 से अधिक व्यक्तियों के मोबाइल पर संपर्क किया और उनसे पूछताछ की तो सच सुनकर उनके होश उड़ गए। संबंधित लोगों ने बताया कि सहारनपुर रोड स्थित एक प्राइवेट पैथोलॉजी के कर्मचारी ने उनका टेस्ट लिया और इसके बदले में उनसे दुगने रुपए लिए गए।

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इस पूरे मामले का खुलासा किया देहरादून मेडिकल कॉलेज के लैब के एचओडी ने। दरअसल 1 मई को जांच लैब में सुबह तकरीबन 8:30 बजे सैंपल पहुंच गए और इनको रजिस्टर में दर्ज भी किया गया। मगर उस समय तक अस्पताल की लैब में सैंपल लेने शुरू भी नहीं हुए थे जिससे एचओडी को शक हुआ और उन्होंने इस पूरे मामले की जांच पड़ताल करवाई तो यह पता चला कि दून मेडिकल कॉलेज के लैब में अभी तक सैंपल लेने शुरू नहीं हो पाए हैं। जब लैब के कर्मचारियों से इस बारे में पूछा तो उनकी तरफ से संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पाया। आगे खोजबीन की तब जाकर इस पूरे मामले पर से पर्दा उठा और सच उनके सामने आया। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना का कहना है कि बीते बुधवार को लैब जांच के लिए 3 सदस्यी कमेटी बनाने के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जो भी कर्मचारी इस बेईमानी के धंधे में लिप्त पाया जाएगा उनको चिन्हित किया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इसी के साथ उन्होंने कहा है कि जिस प्राइवेट लैब के कर्मचारी के ऊपर बाहर से अस्पताल में सैंपल भेजने का आरोप लगा है, उससे भी पूछताछ चल रही है। इस पूरे मामले की भी गहराई से जांच पड़ताल की जा रही है और जल्द ही सच सबके सामने आएगा और आरोपियों का खुलासा होगा।