उत्तराखंड देहरादूनHarish Rawat praised former CM Trivendra Singh Rawat

उत्तराखंड: ‘हरदा’ ने की पूर्व CM त्रिवेंद्र की तारीफ, कहा- ‘उज्याड़ू बल्दों पर नकेल कस दी थी’

पूर्व सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र ने मंत्रियों को भ्रष्टाचार नहीं करने दिया। उज्याड़ू बल्दों पर नकेल कस कर रखी। इसी का उन्हें दंड भी मिला।

Harish Rawat: Harish Rawat praised former CM Trivendra Singh Rawat
Image: Harish Rawat praised former CM Trivendra Singh Rawat (Source: Social Media)

देहरादून: विपक्षी नेता अपने विरोधियों की तारीफ करें, राजनीति में ऐसे मौके कम ही आते हैं। इस मामले में अपने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत काफी खुशकिस्मत हैं, क्योंकि गाहे-बगाहे दिग्गज कांग्रेसी नेता हरीश रावत उनकी तारीफ में कुछ न कुछ कह ही देते हैं। हरीश रावत बीजेपी के धुर विरोधी भले ही हों, लेकिन त्रिवेंद्र सिंह रावत की वो पहले भी कई बार खुलकर तारीफ कर चुके हैं। इस बार उन्होंने उज्याड़ू बल्दों पर नकेल कस कर रखने के लिए त्रिवेंद्र सिंह रावत को सराहा। पूर्व सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र ने मंत्रियों को भ्रष्टाचार नहीं करने दिया। उजाड़ू बल्दों पर नकेल कस कर रखी। इसी का उन्हें दंड मिला। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने मंत्रियों को सख्ती के साथ नियंत्रित किया। उनके जाते ही टेक होम राशन स्कीम प्राइवेट कंपनी के हवाले कर दी गई। कर्मकार बोर्ड में साइकिलें खराब हो रही हैं, खेतों में जंक खा रही हैं।

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ये तमाम अव्यवस्थाएं अब नजर आ रही है। जिस टेक होम राशन स्कीम को कांग्रेस सरकार ने महिला स्वयं सहायता समूह के उत्थान के लिए शुरू किया था, उसे कमीशन के लिए प्राइवेट कंपनी को दिया जा रहा है। क्योंकि महिला स्वयं सहायता समूह कमीशन नहीं दे सकते, इसीलिए प्राइवेट कंपनी का चयन किया गया। चुनाव में खुद को सीएम के चेहरे के रूप में देखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब गणेश गोदियाल ही चेहरा हैं। हमने तब भी दावेदारी नहीं की, जब स्वाभाविक चेहरा थे। फिलहाल हमारा पूरा फोकस चुनाव पर है। हमारी कमांडर इन चीफ ने अपने कमांडरों की भूमिका में बदलाव किया है। इसके बाद जिसे राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी सीएम बनाएंगी, वो बनेगा। हर व्यक्ति की एक समय के बाद भूमिका बदलती है। जब जिसकी जरूरत जहां होती है, उसका वहां इस्तेमाल होता है। इसे किसी की शिकस्त के रूप में नहीं देखना चाहिए।