उत्तराखंड नैनीतालDelta variant of coronavirus in Betalghat

बेतालघाट में आया कोरोना का डेल्टा वैरिएंट..वैक्सीन लेने के बाद भी दो मरीज मिले पॉजिटिव

नैनीताल जिले के दो मरीजों में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई है। दोनों मरीज बेतालघाट विकासखंड के रहने वाले हैं

betalghat delta variant: Delta variant of coronavirus in Betalghat
Image: Delta variant of coronavirus in Betalghat (Source: Social Media)

नैनीताल: उत्तराखंड के कई हिस्सों में डेल्टा प्लस वैरिएंट सक्रिय हो चुका है। पहले पिथौरागढ़ में कोरोना पॉजिटिव मिले मरीजों में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिलने की पुष्टि हुई। फिर ऊधमसिंहनगर, रुद्रप्रयाग और पौड़ी से बुरी खबरें आईं। अब नैनीताल जिले के दो मरीजों में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई है। दोनों मरीज बेतालघाट विकासखंड के गांव में रहते हैं। उनमें डेल्टा वैरिएंट पाये जाने की पुष्टि होने के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। स्वास्थ्य विभाग अब पूरे गांव में सैंपलिंग करने की तैयारी कर रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक जिन दो मरीजो में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई, वह दोनों ही मरीज अब स्वस्थ हो चुके हैं। यह बात भी जानकारी में आई कि दोनों ही मरीज कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके थे। एक महीने पहले ये लोग कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने अस्पताल गये थे। इसी दौरान एंटीजन टेस्ट में दोनों मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - सावधान रहें: गढ़वाल में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट की दस्तक, ये तीसरी लहर का संकेत है?
बेतालघाट के चिकित्सा प्रभारी डॉ. सतीश पंत ने बताया कि 27 जुलाई को दो लोग कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के लिये स्वास्थ्य केंद्र आए थे और इसी दौरान जांच में वह कोरेाना पॉजिटिव पाए। दोनों मरीजों के परिजनों की भी जांच की गई थी, जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। कोरोना पॉजिटिव मिले मरीज ठीक हो चुके हैं। हम अपनी तरफ से पूरी एहतियात बरत रहे हैं। मरीजों में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि होने के बाद पूरे गांव की आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी। बात करें कोरोना मामलों की तो उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 28 नए कोरोना संक्रमित मिले, जबकि एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। चिंता इस बात की है कि प्रदेश में एक बार फिर डेल्टा स्वरूप के मामले सामने आने लगे हैं। पिथौरागढ़ और कोटद्वार में डेल्टा स्वरूप की पुष्टि हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि दूसरी लहर में भी काफी संख्या में डेल्टा स्वरूप ने ही कहर बरपाया था। लिहाजा राज्य सरकार तीसरी लहर की आशंका के चलते सतर्कता बरत रही है।