उत्तराखंड चमोलीBadrinath Dham decorated with 17 quintal flowers

जय बदरी विशाल: दीपोत्सव के लिए सज गया देवभूमि का भू-बैकुण्ठ, देखिए खूबसूरत तस्वीरें

दिवाली के शुभ पर्व पर मंदिर परिसर के अंदर भगवान नारायण की अर्धांगिनी माता लक्ष्मी के मंदिर में उनकी परंपरागत तौर तरीकों से पूजा की जाएगी। देखिए तस्वीरें-

Badrinath Dham Latest Photos: Badrinath Dham decorated with 17 quintal flowers
Image: Badrinath Dham decorated with 17 quintal flowers (Source: Social Media)

चमोली: दीपों के त्योहार की जोरों-शोरों से तैयारियां की जा रही हैं। बाजारों की रौनक देखने लायक हैं। वहीं दिवाली के शुभ पर्व पर बदरीनाथ धाम का नजारा भी बिल्कुल अलग और अनोखा नजर आ रहा है। हर वर्ष की तरह बद्रीनाथ धाम को फूलों से सजा दिया गया है। दिवाली के मौके पर बाबा बदरीनाथ के धाम को 17 क्विंटल गेंदे और रंग बिरंगे फूलों से सजाया गया। इस दौरान भगवान बदरीविशाल मंदिर की खूबसूरत छटा देखते ही बन रही है। दिवाली के शुभ पर्व पर मंदिर परिसर के अंदर भगवान नारायण की अर्धांगिनी माता लक्ष्मी के मंदिर में उनकी परंपरागत तौर तरीकों से पूजा की जाएगी। दिवाली मनाने के लिए देश के दूर-दूर से भक्त बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। दिवाली के शुभ अवसर पर, विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ मंदिर को 17 क्विंटल गेंदें के फूलों से सजाया गया है। आगे देखिए तस्वीरें
यह भी पढ़ें - जय श्री केदार: दिवाली से पहले दुल्हन की तरह सजी केदारपुरी..देखिए 4 खूबसूरत तस्वीरें

  • 17 कुंतल फूल लगे

    Badrinath Dham decorated with 17 quintal flowers
    1/ 4

    मंदिर के पुजारी के मुताबिक दिवाली के मौके पर बदरीनाथ धाम को 17 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।एक भक्त की ओर से धाम को फूलों से सजाने की जिम्मेदारी ली गई है।

  • चारों तरफ रंग-बिरंगे फूल

    Badrinath Dham decorated with 17 quintal flowers
    2/ 4

    धाम को चारों ओर से रंगबिरंगे फूलों से सजाया गया है। बता दें कि हर वर्ष दीपावली पर बदरीनाथ धाम को फूलों से सजाया जाता है।

  • दिवाली पर होगा दीपोत्सव

    Badrinath Dham decorated with 17 quintal flowers
    3/ 4

    दीपावली पर बदरीनाथ धाम में दीपोत्सव के तहत माता लक्ष्मी और कुबेर भगवान की पूजा की जाती है और धाम परिसर में दीये जलाए जाते हैं।

  • देखिए सुंदर छटा

    Badrinath Dham decorated with 17 quintal flowers
    4/ 4

    धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल का कहना है कि बदरीनाथ धाम ही एक मात्र स्थल है, जहां पर माता लक्ष्मी व कुबेर की एक साथ पूजा की जाती है।