पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ के मदकोट (Pithoragarh Madkot Primary School) में ग्रामीणों के बीच जश्न का माहौल है। मदकोट क्षेत्र में लोगों के दृढ़ निश्चय की बदौलत वाता प्राइमरी स्कूल के ताले शुक्रवार को पांच वर्ष बाद फिर खुल गए। सभी ग्रामीणों की मेहनत रंग लाई। 2016 में इस स्कूल में छात्र संख्या शून्य हो गई थी जिसके बाद स्कूल को वर्ष 2016 में शिक्षा विभाग ने बंद कर दिया था। स्कूल खुल जाने से गांव में खुशी का माहौल है। दरअसल शिक्षा विभाग ने किसी विद्यालय में कम से कम 10 विद्यार्थी होने का मानक तय कर रखा है। 10 से कम संख्या वाले विद्यार्थियों को नजदीकी प्राइमरी स्कूल में मर्ज कर दिया जाता है। मदकोट क्षेत्र के वाता प्राइमरी स्कूल को छात्र संख्या शून्य हो जाने के चलते वर्ष 2016 में बंद कर दिया गया था। आगे पढ़िए
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड के लिए गौरवशाली पल, ओलंपिक की हैट्रिक गर्ल वंदना को मिला अर्जुन अवॉर्ड
वाता स्कूल बंद हो जाने से ग्रामीण परेशान थे। छोटे बच्चों को पढ़ाई करने के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा था। ग्रामीण लंबे समय से विद्यालय को खोले जाने की मांग कर रहे थे। इस वर्ष गांव में स्कूल जाने योग्य 10 बच्चे उपलब्ध हो गए जिसके बाद शिक्षा विभाग ने विद्यालय को दोबारा खोल दिया है। बीते शुक्रवार को विद्यालय में दोबारा पढ़ाई शुरू हो गई। 5 साल की लंबी अवधि के बाद विद्यालय का संचालन शुरू जाने से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। ग्रामीणों ने कहा है कि विद्यार्थियों की कम संख्या के चलते स्कूल को बंद कर दिया गया था। उनके बच्चों को पढ़ाई करने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता था। अब उन्हें अपने बच्चों की शिक्षा के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। सभी ग्रामीणों (Pithoragarh Madkot Primary School) ने स्कूल दोबारा खोलने के लिए शिक्षा विभाग का आभार व्यक्त किया है।