उत्तराखंड पौड़ी गढ़वालGeneral Bipin Rawat house in Pauri Garhwal

गढ़वाल: गांव में बन रहा था जनरल बिपिन रावत का घर, पत्नी के साथ यहीं रहने का था सपना

General Bipin Rawat कुछ वक्त पहले अपने गांव पहुंचे थे। उस दौरान वो अपनी पत्नी मधुलिका रावत के साथ गांव पहुंचे थे।

General Bipin Rawat Helicopter Crash: General Bipin Rawat house in Pauri Garhwal
Image: General Bipin Rawat house in Pauri Garhwal (Source: Social Media)

पौड़ी गढ़वाल: General Bipin Rawat का हेलीकॉप्टर कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। इस हादसे के बाद जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत अब हमारे बीच नहीं रहे। आपको बता दें कि उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में जनरल बिपिन रावत का गांव सैण बमरौली ग्रामसभा में पड़ता है। जनरल बिपिन रावत कई बार कह चुके हैं कि पलायन से लड़ना बेहद जरूरी है। दरअसल जनरल बिपिन रावत कुछ वक्त पहले अपने गांव पहुंचे थे। उस दौरान वो अपनी पत्नी मधुलिका रावत के साथ गांव पहुंचे थे। अब जनरल बिपिन रावत का नया घर इस गांव में तैयार हो रहा है। करीब 1 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद जब वो अपने गांव में पहुंचे थे तो गांव वालों ने जोरदार स्वागत किया था। जनरल रावत की भावुक आंखें भी उनके गांव पहुंचने की खुशी को बयां कर रही थीं। इसके बाद बिपिन रावत अपनी पत्नी के साथ अपने कुलदेवता के दर्शन करने गए और वहां पूजा की थी

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश: 14 में से 13 लोगों की मौत की पुष्टि
खाली हो चुके गांव और पलायन तो लेकर जनरल बिपिन रावत को चिंता हुई तो उन्होंने तुरंत ही इस पर ठोस कदम उठाने का फैसला लिया था। उन्होंने लोगों से कहा था कि इस काम के लिए आप भी भी साथ दें। परिवार के लोगों से बातचीत में उन्होंने गांव में घर बनाने की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद उनके चाचा भरत सिंह रावत ने उन्हें गांव में जमीन भी दिखायी। जनरल बपिन रावत ने चाचा भरत सिंह के आवास के पस ही एक खेत में घर बनाने पर सहमति जताई। खुद गांव वालों का उनके परिवार का कहना था कि जनरल बिपिन रावत अब गांव में ही मकान बनवा रहे हैं। जनरल रावत ने इस इलाके के बच्चों के लिए कोटद्वार में आर्मी पब्लिक स्कूल खोलने की भी बात की थी। गांव तक सड़क बनाने के लिए उन्होंने सरकार से बात करमने का वादा भी किया। इसके बाद कोटद्वार में General Bipin Rawat और उनकी पत्नी मधुलिका रावत ने गढ़वाल रेजिमेंट के जवानों के लिए आवास बनाने की योजना की आधारशिला भी रखी थी।