उत्तरकाशी: Uttarkashi DM IAS Mayur Dixit जितने तेजतर्रार हैं और जितने शानदार तरीके से जिले का कार्यभार संभालते हैं वे उतने ही जमीन से भी जुड़े हुए हैं। जहां एक ओर सत्ता में आने के बाद कई अधिकारी एवं नेता सादगी को त्याग देते हैं और ऐशों आराम की।जिंदगी की आदत डाल देते हैं वहीं दूसरी ओर एक पूरे जिले का कार्यभार संभालने वाले डीएम मयूर दीक्षित अब भी जमीन से जुड़े हुए हैं।
Uttarkashi DM Mayur Dixit ने पेश की मिसाल
हाल ही में उनके कार्यालय में काम करने वाले सभी कर्मचारी और अधिकारी तब चौंक गए जब उन्होंने स्वयं डीएम मयूर दीक्षित को साइकिल से कार्यालय आते हुए देखा। जी, स्वयं डीएम साइकिल से कार्यालय पहुंचे। उन्होंने ऐसा करके पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि साइकिल चलाने से शरीर भी स्वस्थ्य रहता है और पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुंचता। बीते रविवार को साइकिल से डीएम ऑफिस पहुंचे। ये देख कर्मचारी और अधिकारी आश्चर्य चकित हो गए। डीएम मयूर दीक्षित अपने आवास से कार्यालय तक साइकिल चलाकर पहुंचे।
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डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि उनका आवास और कार्यालय में अधिक दूरी नहीं है, जिसको देखते हुए उन्होंने गाड़ी की बजाय आवाजाही साइकिल से की। उन्होंने कहा कि साइकिल चलाने से शरीर भी स्वस्थ्य रहता है और पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुंचता। डीएम मयूर दीक्षित पीठ में एक बैग टांगकर विश्वनाथ चौक से भैरव चौक होते हुए उत्तरकाशी डीएम कार्यालय पहुंचे।
साइकिल की सवारी कर ऑफिस पंहुचे DM Mayur Dixit
कार्यालय पहुंचने के बाद उन्होंने कुछ देर अपने कार्यालय संबंधित कार्य निपटाए और उसके बाद वह फिर साइकिल से अपने आवास के लिए रवाना हुए। डीएम मयूर दीक्षित के सहज व्यवहार को देखकर कलेक्ट्रेट के अधिकारी और कर्मचारी भी अचंभित हो गए। डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि उनके आवास और कलेक्ट्रेट कार्यालय के बीच में दूरी बेहद कम है। इसलिए कार से आवाजाही से बचने के लिए मैं साइकिल से ऑफिस जाता हूं। साथ ही इससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी जनता तक पहुंच रहा है। Uttarkashi DM IAS Mayur Dixit ने कहा है कि अगर हम अधिक से अधिक साइकिल का प्रयोग करेंगे, तो यह हमारे वातावरण और स्वास्थ्य के लिए उपयोगी साबित होगा।