उत्तराखंड हरिद्वारCar Breaks Railing Fell in Ganga Haridwar Police Saved 5 Lives

उत्तराखंड: रेलिंग तोड़कर नदी में गिरी कार, देवदूत बने पुलिसकर्मी..बचाई सभी लोगों की जान

हादसे के वक्त कार में 5 लोग सवार थे। पुलिस की मुस्तैदी और सूझबूझ से समय रहते सभी यात्रियों की जान बचा ली गई। मौके से डराने वाली तस्वीरें आई हैं।

Haridwar Police: Car Breaks Railing Fell in Ganga Haridwar Police Saved 5 Lives
Image: Car Breaks Railing Fell in Ganga Haridwar Police Saved 5 Lives (Source: Social Media)

हरिद्वार: प्रदेश के कई हिस्सों में नए साल की शुरुआत सड़क हादसों के साथ हुई। बीते दिन गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक कई जगह सड़क हादसे हुए, जिनमें बेगुनाहों ने अपनी जान गंवा दी। सड़क हादसे की एक ऐसी ही भयानक तस्वीर हरिद्वार से आई है। जहां एक कार शंकराचार्य चौक के पास पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए ऊंचाई से सीधे नीचे गंगा नदी में गिर गई, हालांकि कार में सवार लोग खुशकिस्मत निकले। कोई अनहोनी होती, उससे पहले ही कार स्थिर हो गई। जिसके बाद कार में सवार सभी लोग एक-एक कर बाहर निकल आए और कार के ऊपर चढ़ गए।
इसके बाद जल पुलिस की मदद से सभी को बचा लिया गया। घटना 1 जनवरी की है। देर रात सिटी कंट्रोल रूम हरिद्वार से कनखल पुलिस को सूचना मिली कि एक कार पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए गंगा नदी में गिर गई है, जिसमें कुछ लोग सवार हैं। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। एसआई खेमेंद्र गंगवार बिना देरी किए अपने साथ चेतक कर्मचारियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे। आगे पढ़िए...

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वहां देखा तो चौतरफा पानी से घिरे यात्री चीख-चीखकर मदद की गुहार लगा रहे थे। वो बुरी तरह डरे हुए थे, रो रहे थे। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह उनकी हिम्मत बंधाई। बाद में रात के वक्त गंगनहर का पानी थोड़े समय के लिए कम किया गया। जिससे बह रही कार स्थिर हो गई और यात्री उसके ऊपर चढ़ गए। बाद में जल पुलिस को मौके पर बुलाया गया।
जल पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से पानी में डूबती कार में फंसे पांचों लोगों को रस्सी व अन्य उपकरणों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया। 108 की मदद से सभी को अस्पताल भेजा गया। इलाज के बाद बचाए गए सभी यात्री सुरक्षित हैं। जान बच जाने पर सभी यात्रियों ने कनखल पुलिस को धन्यवाद कहा।
कनखल पुलिस के रात्रि अधिकारी एसआई खेमेंद्र गंगवार और उनकी टीम सूझबूझ से काम न लेती तो कार में फंसे सभी यात्रियों की जान मुश्किल में पड़ जाती, पर शुक्र है कि खतरा टल गया। रात को समय रहते सभी यात्रियों की जान बचा ली गई। जबकि कार को दिन में नहर से बाहर निकाला गया।