नैनीताल: उत्तराखंड में दुर्लभ जीवों का अद्भुत संसार बसता है। जैव विविधता के लिए मशहूर इस क्षेत्र से लगातार अच्छी खबरें मिल रही हैं। इसी कड़ी में एक बड़ी खबर नैनीताल जिले से आई है।
Aberrant Bush Blue Butterfly in Uttarakhand:
यहां पहली बार कुछ ऐसा हुआ है, जिसने जीव वैज्ञानिकों को उत्साह से भर दिया है। उत्तराखंड में ऐबरेंट बुश ब्लू तितली दिखी है। रामनगर में जिम कॉर्बेट पार्क में दुर्लभ प्रजाति की तितली ऐबरेंट बुश ब्लू दिखी है। इस तितली को क्षेत्र में पहली बार देखा गया है। तितली विशेषज्ञों की मानें तो यह तितली पहाड़ी व ऊंचे क्षेत्रों में अक्सर नजर आती थी, लेकिन कॉर्बेट नेशनल पार्क में ऐबरेंट बुश ब्लू के दीदार पहले कभी नहीं हुए।
1288 वर्ग किलोमीटर में फैले कॉर्बेट के जंगल में कई प्रजाति के वन्यजीव दिखने को मिलते हैं। रामगंगा नदी तट पर दिखने वाले जलीय जंतु पर्यटकों को खासा प्रभावित करते हैं। यहां दिखने वाली रंग-बिरंगी तितलियां भी सैलानियों को खूब आकर्षित करती हैं। कॉर्बेट में तितलियों पर शोध कर रहे विशेषज्ञ संजय छिम्वाल ने बताया कि पार्क में तितली की 150 प्रजातियां पाई जाती हैं।
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यहां गुलरघड़ी स्रोत ढिकुली शिव मंदिर के पास पहली बार ऐबरेंट बुश ब्लू तितली दिखाई दी है। दुर्लभ तितली के नजर आने की जानकारी पार्क प्रशासन को दे दी गई है। ऐबरेंट बुश ब्लू तितली 20 से 25 किलोमीटर की रफ्तार से उड़ती है। तितली को ऐबरेंट बुश ब्लू और ऐबरेंट ओक ब्लू के नाम से जाना जाता है। यह बहुत खूबसूरत तितली होती है। उत्तराखंड में ऐबरेंट बुश ब्लू तितली को दो बार देखा गया है। आमतौर पर यह तितली हिमालयी क्षेत्र में दिखाई देती है। अब इसके कॉर्बेट पार्क में दिखने से पार्क प्रशासन बेहद उत्साहित है।
पार्क के निदेशक राहुल ने बताया कि कॉर्बेट में तितलियों की कई प्रजातियां हैं। यहां इमीग्रेंट, मारमून, ब्लैक पेंसिल, कॉमन टाइगर, ग्रास ज्वेल, पीब्लू, कॉमन सेलर, कॉफमैन जैम, बैरोनट आदि तितलियां निवास करती हैं। बेहतर जंगल होने से यहां तितली की प्रजातियों की संख्या बढ़ रही है। तितलियों के संरक्षण के लिए ढेला रेंज में तितली पार्क भी बनाया जा रहा है। जीव वैज्ञानिकों में भी खुशी की लहर है कि Uttarakhand में Aberrant Bush Blue Butterfly नजर आई है।