टिहरी गढ़वाल: उत्तराखंड का वैभव और यहां की संस्कृति के रंग इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर बिखरेंगे। गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर होनी वाली परेड में उत्तराखंड की झांकी नजर आएगी। देश-दुनिया के लोग राजपथ पर डोबरा-चांठी पुल की झांकी के साथ-साथ सिखों के प्रमुख तीर्थ हेमकुंड साहिब, टिहरी डैम और भगवान बद्री विशाल के मंदिर की भव्यता एवं दिव्यता के दर्शन कर सकेंगे।
Badrinath Temple, Dobra Chanti Bridge, Tehri Dam and Hemkund Sahib to Display on Republic Day:
उत्तराखंड की झांकी गणतंत्र दिवस के मौके पर होने वाली परेड में आकर्षण का केंद्र रही है। इस बार भी उत्तराखंड को परेड के माध्यम से दर्शकों को यहां की संस्कृति के दर्शन कराने का अवसर मिला है। नोडल अधिकारी एवं संयुक्त निदेशक सूचना केएस चौहान ने बताया कि देवभूमि उत्तराखंड की झांकी में गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब को सबसे आगे, इसके बाद टिहरी बांध फिर डोबरा चांठी पुल और इसके बाद करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र भगवान बद्रीविशाल के मंदिर को दर्शाया जाएगा। सांस्कृतिक दलों की प्रस्तुतियां भी होंगी।
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कुमाऊं सांस्कृतिक लोककला दर्पण लोहाघाट, चंपावत के 16 कलाकारों का सांस्कृति दल झांकी के साथ चलता नजर आएगा। राज्य गठन के बाद से उत्तराखंड को 13 बार राजपथ पर यहां की झांकी के प्रदर्शन का अवसर मिल चुका है। साल 2003 में फूलदेई, 2005 में नंदा राजजात यात्रा, 2006 में फूलों की घाटी, 2007 में कार्बेट नेशनल पार्क, 2009 में साहसिक पर्यटन, 2010 में कुंभ मेला, 2014 में जड़ी-बूटी, 2015 में केदारनाथ धाम पुनर्निमाण, 2018 में ग्रामीण पर्यटन, 2019 में अनासक्ति आश्रम कौसानी और 2021 में केदारनाथ धाम की झांकी राजपथ पर नजर आई। इस बार भी उत्तराखंड की झांकी गणतंत्र दिवस परेड में आकर्षण का केंद्र रहेगी। झांकियों को दिल्ली में तैयार किया जा रहा है। उत्तराखंड के अलावा यूपी, अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मेघालय और पंजाब की झांकियां भी राजपथ पर देखने को मिलेंगी। गणतंत्र दिवस के आयोजन इस बार कोविड प्रोटोकॉल के साथ आयोजित किए जा रहे हैं।