उत्तराखंड हरिद्वारEvent Organizer was taken hostage and looted in Haridwar

उत्तराखंड: इवेंट ऑर्गेनाइजर के कपड़े उतरवाकर बनाया न्यूड वीडियो, बंदूक के दम पर लूटा

Haridwar में Event Organizer के कपड़े उतरवाकर बनाई अश्लील वीडियो, बंदूक के बल पर बंधक बनाकर लूटा

Haridwar Event Organizer: Event Organizer was taken hostage and looted in Haridwar
Image: Event Organizer was taken hostage and looted in Haridwar (Source: Social Media)

हरिद्वार: हरिद्वार से एक सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है। हरिद्वार शहर कोतवाली क्षेत्र में कुछ आरोपियों ने पहले एक इवेंट आर्गेनाइजर को तमंचे के बल पर बंधक बनाया फिर उसकी अश्लील वीडियो बनायी और फिर उसको लूट कर फरार हो गए। बदमाश उसे कमरे में बंद कर फरार हो गए। पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

Event Organizer hostage and looted in Haridwar

पुलिस के मुताबिक पीड़ित कनखल क्षेत्र की एक कॉलोनी में रहता है और फैशन शो के इवेंट कराता है। पीड़ित को नगर कोतवाली क्षेत्र के हरकी पैड़ी क्षेत्र में स्थित एक नामी लाउंज में दो लोगों ने फोन पर एक कार्यक्रम आयोजित करने की बात कहकर बुलाया। पीड़ित का आरोप है कि वहां पहुंचने पर उन दोनों आरोपितों ने तमंचे के बल पर कमरे में बंधक बनाकर पहले तो उसका मोबाइल, एटीएम व कुछ नकदी लूटी, जिसके बाद उसे डरा धमकाकर उसके कपड़े उतरवाए। उसके कपड़े उतरवाकर उसके मोबाइल से एक नग्न वीडियो बनाया।

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बदमाश जाते समय उससे उसके एटीएम का पासवर्ड भी पूछ गए और उसकी स्कूटी भी साथ ले गए।। उन्होंने यह तक धमकी दे डाली की यदि किसी को इसकी शिकायत की तो उसका वीडियो वायरल कर देंगे। इसके बाद बदमाश इवेंट आर्गेनाइजर को कमरे में बंद कर फरार हो गए। अपने साथ इस तरह के अपमानजनक हादसे के बारे में पीड़ित ने किसी तरह अपनी आपबीती लाउंज के कर्मचारियों को बताई, जिसके बाद उसे कपड़े दिलाए गए और इसके बाद उसने हरकी पैड़ी चौकी पहुंचकर उसने पूरे घटनाक्रम से पुलिस से मदद मांगी। पीड़ित ने पुलिस को इस मामले में शिकायत कर दी है। शहर कोतवाल राकेंद्र कठैत ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने आरोपितों की सच्चाई का पता लगाने के लिए लाज संचालक से पूछताछ की तो पता लगा कि हरकी पैड़ी के पास जिस लाज में बदमाश रुके थे, वहां लाज संचालक ने उन्हें बिना आइडी लिए या चेक कराए ही कमरा दे दिया। वहां के रजिस्टर में सिर्फ एक आरोपित का आधार नंबर ही लिखा है जिसका यह भी नहीं पता कि वह सही है या गलत। पुलिस अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही है।