टिहरी गढ़वाल: मुश्किल घड़ी में जो साथ दे जाए, बस वही अपना है।
Tehri IAS Saurabh Gaharwar meets disaster victims
टिहरी के डीएम डॉ. सौरभ गहरवार IAS Saurabh Gaharwar इन दिनों आपदा प्रभावितों को कुछ इसी तरह अपनेपन का अहसास कराने में जुटे हैं। सोमवार को वो जौनपुर के आपदा प्रभावित गांव चिफल्डी, गवाली डांडा, तौलिया काटल और सोन्दणा पहुंचे। सौंग नदी के डैम हेड से स्थान पलैड तक स्थलीय निरीक्षण भी किया। डीएम ने राजकीय प्राथमिक विघालय गवाली डांडा जौनपुर टिहरी गढ़वाल में समीक्षा बैठक कर लोगों की समस्याएं-शिकायतें सुनीं और मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। डीएम को अपने बीच पाकर ग्रामीण खुश भी थे और हैरान भी। निरीक्षण के लिए डीएम और अन्य अधिकारियों को 14 किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ा, लेकिन उनके चेहरे पर शिकन तक नहीं दिखी। डीएम की ओर से आपदा में मारे गए सुरेन्द्र सिंह के पिता बीर सिंह को राहत राशि का चेक दिया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने चिफल्डी गांव से मलबा हटाने और आपदा से क्षतिग्रस्त कार्यों का मेजरमेंट कर तत्काल इस्टीमेट बनाकर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
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उन्होंने अधिकारियों को विस्थापितों के लिए भूमि चिन्हित करने, पशुहानि, आंशिक एवं पूर्ण क्षति का अनुदान शीघ्र देने के भी निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने रा.प्रा.वि. गवाली डांडा में शिफ्ट किये गये परिवारों का हाल-चाल भी जाना। डीएम ने बताया कि चिफल्डी एवं गवाली डांडा में अगस्त-सितम्बर दो माह का सरकारी राशन पहले ही सस्ता गल्ला को उपलब्ध करा दिया गया है। रिलीफ कैम्पों में आपदा प्रभावितों को पूरा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। जनपद में आपदा से क्षतिग्रस्त 72 पेयजल लाइनों में से 53 पूर्ण/अस्थाई रूप से ठीक कर दी गई हैं, जल्द की क्षेत्र की पेयजल लाइनों, विद्युत लाइनों को पूर्ण रूप से ठीक कर लिया जायेगा। चिफल्डी नदी पर एसडीआरएफ द्वारा अस्थाई पुलिया का निर्माण किया गया है। जिलाधिकारी IAS Saurabh Gaharwar ने जल संस्थान अधिकारी को गांव में कैम्प लगाकर तत्काल पेयजल लाइन और बिल ठीक कर दो दिन के भीतर संबंधित क्षेत्रों में पानी पहुंचाने और रिपोर्ट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं।