उत्तराखंड अल्मोड़ाleopard attack on 3 people in almora dwarahat

उत्तराखंड: एक साथ 3 लोगों पर झपटा गुलदार, युवक का हाथ फाड़ा, महिला को दांतो में दबाकर फेंका

द्वाराहाट में दहशत: 3 लोगों पर झपटा गुलदार, युवक का फाड़ डाला हाथ, महिला को दांतों में दबाकर फेंक डाला

almora leopard attack: leopard attack on 3 people in almora dwarahat
Image: leopard attack on 3 people in almora dwarahat (Source: Social Media)

अल्मोड़ा: अल्मोड़ा के द्वाराहाट विकासखंड मल्ली मिरई के तोक भौरा में सब लोग डरे सहमे हुए हैं। पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। यहां पर गुलदार ने तीन लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया।

leopard attack on 3 people in almora dwarahat

गुलदार ने पानी का नल ठीक कर रहे युवक और दो महिलाओं पर सरेशाम हमला कर दिया। इससे तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसमें से एक महिला और युवक को अधिक घाव आने के कारण हायर सेंटर रेफर कर दिया गया, जबकि तीसरी घायल महिला को भी गंभीर चोटें पहुंची हैं। उसका उपचार सीएचसी में ही चल रहा है। घटना विकासखंड के मल्ली मिरई के तोक भौरा की है। शाम करीब चार बजे सुमित कुमार पुत्र हरीश कुमार अपने मकान के निकट पानी का नल ठीक कर रहा था, जबकि उसकी माता पुष्पा देवी तथा पड़ोस की महिला बचुली देवी बगल में खड़ी थीं। तभी जंगल की ओर से बस्ती में घुसे गुलदार ने अचानक सुमित पर हमला बोल दिया। जिसके बाद वहां हंगामा मच गया। जब उसे बचाने की कोशिश में दोनों महिलाएं आईं तो उन पर भी गुलदार झपट पड़ा। हमले के दौरान गुलदार ने बचुली देवी को दूर फेंक दिया, जिस कारण उसकी आंख, हाथ, सिर में गंभीर चोटें आई हैं। वहीं, सुमित का गुलदार ने दाया हाथ ही फाड़ डाला, जबकि उसकी मां पुष्पा देवी की पीठ में गहरे दांत लगे हैं। चीख पुकार सुन गुलदार जंगल की ओर भाग गया।

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ग्रामीणों ने एकत्र हो घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।बताया गया है कि गुलदार के पटकने के कारण बचुली देवी के सिर सहित आंख व हाथ में चोट पहुंची है। मुंह पूरी तरह सूज चुका है। सुमित का दायां हाथ दांतों से फाड़ा गया है। इस कारण दोनों को हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है। जबकि पुष्पा देवी का उपचार सीएचसी में ही चल रहा है। गांव में दिन दहाड़े हुई इस घटना से क्षेत्र में भय और रोष है। ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि क्षेत्र में गुलदार के लंबे समय से आतंक की सूचना वन विभाग को दी गई थी मगर कार्रवाई तो बहुत दूर की बात है वन विभाग का कोई व्यक्ति क्षेत्र में झांकने तक नहीं पहुंचा। ग्रामीणों ने घायलों को तत्काल मुआवजा देने तथा पिंजरा लगाकर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।

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