रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में गुलदार-बाघ आतंक का सबब बने हुए हैं।
Leopard in guptakashi kurni
गुलदार जंगलों से निकलकर आबादी वाले इलाकों में पहुंच रहे हैं, जिससे लोग दहशत में हैं। ताजा मामला ऊखीमठ क्षेत्र का है। यहां केदारघाटी के गुप्तकाशी में स्थित कुरणी गांव में गुलदार ने दो पालतू मवेशियों को अपना निवाला बना लिया। इस घटना के बाद से लोग डरे हुए हैं, घर से बाहर नहीं निकल रहे। महिलाओं ने चारापत्ती लेने के लिए जंगल जाना छोड़ दिया है। बच्चों को भी स्कूल जाने से डर लगने लगा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्रभावित क्षेत्र में पिंजरा लगाने के साथ पीड़ित व्यक्ति को उचित मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि गुप्तकाशी के कुरणी गांव में लंबे समय से गुलदार का आतंक बना हुआ है। आगे पढ़िए
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गुलदार के डर से लोग शाम ढलते ही घरों में कैद हो जाते हैं। बीते दिन यहां गुलदार ने गांव में रहने वाले चंद्रवल्लभ नौटियाल की गोशाला का दरवाजा तोड़कर वहां एक बछड़े और बछिया को अपना निवाला बना लिया। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया। गांव के प्रधान प्रेम सिंह ने बताया कि कुछ महीने पहले भी इसी मोहल्ले में गुलदार ने एक गाय को मार दिया था। गुलदार के हमले में कई मवेशी जान गंवा चुके हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार को पकड़ने की मांग की, क्षेत्र में पिंजरा लगाने को कहा। साथ ही पीड़ित व्यक्ति को उचित मुआवजा देने की भी मांग की, ताकि वो अपने नुकसान की भरपाई कर सके।