नैनीताल: नैनीताल के काकड़ीघाट में गुलदार की दहशत के चलते अघोषित कर्फ्यू लगा है। बीते दिनों यहां गुलदार ने एक युवक को मार दिया था। तब से इलाके में दहशत है।
Fear of leopard in kakrighat nainital
बाजार शाम होने से पहले ही बंद हो जा रहे हैं। यहां मंदिरों में शाम पांच बाद श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद किया गया है। विश्व प्रसिद्ध कैंचीधाम आने वाले श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि वे शाम पांच बजे के बाद मंदिर न आएं। शिक्षा विभाग ने भी बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए यहां ऑनलाइन पढ़ाई कराने का निर्णय लिया है। बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर अब प्राथमिक व जूनियर स्तर पर ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारी(बीईओ) एसएस चौहान ने संकुल समन्वयक को दिशा निर्देश भी जारी कर दिया है। काकड़ीघाट क्षेत्र अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित है। यहां गुलदार दिन दहाड़े गांवों में घूमता दिख रहा है। ऐसे में लोग अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं। जरूरत पड़ी तो यहां स्कूलों को बंद रखने का निर्णय भी लिया जा सकता है।
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इसके लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी(सीईओ) को भी पत्राचार किया गया है। गुलदार की बढ़ती चहलकदमी को देखते हुए दो दिन पहले नीम करौली आश्रम एवं कर्कटेश्वर मंदिर में शाम पांच बजे बाद श्रद्धालुओं की एंट्री बंद कर दी गई। प्राथमिक, जूनियर व इंटर कॉलेज के बच्चे भी खतरा उठाकर विद्यालय आ-जा रहे हैं। इसे देखते हुए अब क्षेत्र में ऑनलाइन पढ़ाई कराने का निर्णय लिया गया है। बीईओ चौहान के अनुसार संकुल समन्वयक को इस संबंध में निर्देश जारी कर शिक्षकों से ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था बनाने को कहा गया है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां नीम करौली मंदिर क्षेत्र के ऊपरी जंगलों में गुलदार घूम रहा है। जिससे लोग डरे हुए हैं। बता दें कि गुलदार ने 18 नवंबर को काकड़ीघाट क्षेत्र के सड़का गांव के जीवन सिंह को अपना निवाला बना लिया था। हिंसक गुलदार की आबादी क्षेत्र में घुसपैठ बढ़ने से पूरे क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ है। दिनदहाड़े गुलदार गांव के आसपास नजर आ रहा है।