देहरादून: पिछले महीने भी प्रदेश की दवा कंपनियों के 11 सैंपल फेल होने पर सीडीएससीओ ने फार्मा कंपनियों के लाइसेंस निरस्त किये थे। लेकिन इस बात फिर से प्रदेश की 10 फार्मा कंपनियों के 12 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं जिसके बाद सीडीएससीओ ने इन कंपनियों के उत्पाद लाइसेंस को भी निरस्त कर दिया गया है। इस तरह से ये कंपनियां जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही हैं।
Samples of 12 Medicines of 10 Pharma Companies of Uttarakhand Failed
पिछले कुछ सालों से देशभर में नकली दवाओं का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए, केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन हर महीने दवाओं के नमूने लेकर रिपोर्ट जारी कर रहा है। इसी क्रम में संगठन ने अप्रैल महीने में विभिन्न फार्मा कंपनियों की दवाओं के नमूने लिए थे, जिनमें से 50 दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। जिन दवाओं के नमूने फेल हुए हैं, उनमें से 12 दवाओं की निर्माता कंपनियां उत्तराखंड में स्थित हैं। इनमें देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर की निर्माण इकाईयों में निर्मित उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, न्यूरो, नेत्र रोग, गैस्ट्रोपेरेसिस, एसिडिटीकी आदि की दवाएं शामिल हैं। बीते माह भी उत्तराखंड में निर्मित 11 दवाओं के सैंपल फेल हुए थे।
इन दवाओं के सैंपल फेल
1. मेटोक्लोप्रमाइड इंजेक्शन-एसवीपी लाइफ साइसेंज सेलाकुई, देहरादून
2. गैबापेंटिन टैबलेट-मैस्काट हेल्थ सीरीज प्राइवेट लिमिटेड, हरिद्वार
3. बिमाटोप्रोस्ट आई ड्राप-कोटेक हेल्थकेयर, रुड़की
4. साइक्लोस्पोरिन कैप्सूल-जॉनली फार्मास्यूटिकल्स, हरिद्वार
5. रेबेप्राजोल सोडियम टैबलेट-खंडेलवाल लेबोरेटरीज पंतनगर, ऊधमसिंहनगर
6. सेफ्ट्रिएक्सोन इंजेक्शन-हिमालय मेडिटेक प्राइवेट लिमिटेड, सेलाकुई देहरादून
7. सिल्निडिपिन टैबलेट-मैस्काट हेल्थ सीरीज प्राइवेट लिमिटेड, हरिद्वार
8. ट्रैनेक्सैमिक एसिड इंजेक्शन-साइकोट्रोपिक्स इंडिया लिमिटेड, हरिद्वार
9. क्विनिन सल्फेट टैबलेट-श्रेया लाइफ साइसेंस प्राइवेट लिमिडेट, भगवानपुर रुड़की
10. एट्रोपिन सल्फेट इंजेक्शन-एसवीपी लाइफ साइसेंज सेलाकुई, देहरादून
11. एमोक्सिसिलिन पोटेशियम क्लैवुलनेट लैक्टिक एसिड बैसिलस टैबलेट-सुपरमैक्स लैब सेलाकुई, देहरादून
12. एम्ब्रोक्सोल हाइड्रोक्लोराइड टरबुटलाइन सल्फेट गुआइफेनसिन मेन्थोल सिरप-जिनेका हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, हरिद्वार
ड्रग्स कंट्रोलर ताजबर सिंह ने बताया कि केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन से अलर्ट मिलने के बाद इन 12 दवाओं से संबंधित कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। साथ ही, जनता इन दवाओं का इस्तेमाल न कर सके, इसलिए संबंधित कंपनियों को निर्देश दिए गए थे कि जिस बैच की दवाओं के नमूने फेल हुए हैं, उन्हें बाजार से वापस मंगाया जाए। जिन 12 दवाओं के नमूने फेल हुए हैं, उन दवाओं की फार्मा कंपनियां देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंह नगर में स्थित हैं।