नैनीताल: केदारखण्ड की तर्ज पर अब मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत कुमाऊं क्षेत्र के प्रमुख तीर्थस्थलों और धार्मिक स्थलों के सुंदरीकरण के लिए सरकार ने बजट जारी कर दिया है। तीर्थाटन और पर्यटन की दृष्टि से इन्हें संवारा जा रहा है और श्रद्धालुओं के लिए कैंचीधाम के दर्शन हेतु हेलीपैड के लिए उपयुक्त भूमि तलाशी जा रही है।
Rs 30.12 Crore Released For Beautification of 9 Temples in Kumaon Mandal
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत प्रथम चरण में 16 मंदिरों में से 9 के निर्माण के लिए 30.12 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। चारधाम की भांति अब मानसखंड के मंदिरों को भी पर्यटन और तीर्थाटन की दृष्टि से निखारने की तैयारी है। इनमें से प्रसिद्ध कैंचीधाम में हेलीपैड की संभावनाओं की भी खोज की जा रही है। यदि उपयुक्त भूमि मिलती है, तो हेलीपैड का निर्माण किया जाएगा। इससे आने वाले समय में देश-विदेश से श्रद्धालु हेली सेवा के माध्यम से आसानी से कैंचीधाम पहुंच सकेंगे।
16 मंदिरों को सँवारने के लिए 70 करोड़ का बजट निर्धारित
चारधाम यात्रा की तरह सरकार ने मानसखंड मंदिर माला मिशन की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य कुमाऊं क्षेत्र के मंदिरों को तीर्थाटन और पर्यटन के लिए विकसित करना है, इसकी जिम्मेदारी यूटीडीबी (उत्तराखंड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड) को सौंपी गई है। इसके प्रथम चरण में 16 मंदिरों को मानसखंड मंदिर माला मिशन में शामिल किया गया है। बोर्ड ने नौ मंदिरों में होने वाले विभिन्न कार्यों के लिए 70 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। इसके तहत प्रथम किस्त के रूप में 30.12 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया गया है। इन निर्माण कार्यों के लिए लोक निर्माण विभाग को कार्यदायी संस्था के रूप में नियुक्त किया गया है और लोनिवि ने टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
इन मंदिरों में होंगे निर्माण कार्य
मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत सभी मंदिरों में पार्किंग, रोशनी, सुंदरीकरण, आस्था पथ का निर्माण, पहुंच मार्गों का सुधार करने के साथ-साथ कई कार्य किए जाएंगे। कैंचीधाम में मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था होगी। मंदिर के प्रवेश द्वार पर वन-वे व्यवस्था होगी और मंदिर में पीछे की ओर निकासी द्वार बनाया जाएगा, जो सीधे पार्किंग से जुड़ा होगा।
1. कैंची धाम (नैनीताल) 28.15 करोड़
2. मां बाराही देवी (चंपावत) 12.54 करोड़
3. नैना देवी (नैनीताल) 11 करोड़
4. जागेश्वर धाम (अल्मोड़ा) 11 करोड़
5. हाटकालिका मंदिर (पिथौरागढ़) 6.58 करोड़
6. नंदा देवी मंदिर (अल्मोड़ा) 04 करोड़
7. पाताल भुवनेश्वर (पिथौरागढ़) 2.43 करोड़
8. पाताल रुद्रेश्वर (चंपावत) 2.31 करोड़
9. बैजनाथ (बागेश्वर) 1.87 करोड़