उत्तराखंड देहरादूनPlantation campaign will start from Environment Day

Uttarakhand: 1882 पोलिंग बूथों पर किया जाएगा पौधारोपण, अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस से शुरू होगा अभियान

जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि इस पौधरोपण अभियान के तहत लगाए गए हर पौधे की पूरी देखभाल भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।

International Environment Day: Plantation campaign will start from Environment Day
Image: Plantation campaign will start from Environment Day (Source: Social Media)

देहरादून: जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस से हरेला पर्व के अंत तक एक व्यापक पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत जिले के सभी 1882 पोलिंग बूथों पर पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ निर्वाचन में भागीदारी का संदेश फैलाया जाएगा।

Plantation campaign will start from International Environment Day

उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की विशेष पहल के अंतर्गत, जिला निर्वाचन अधिकारी ने यह निर्देश दिया है कि इस कार्यक्रम को मिशन मोड में लागू करते हुए, प्रत्येक बूथ पर कम से कम 10-10 पौधे लगाए जाएं। इस अभियान की शुरुआत कल 05 जून को पर्यावरण दिवस से की जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि इस अभियान के तहत लगाए गए हर पौधे की पूरी देखभाल भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।

पौधारोपण कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार

देहरादून जिला अधिकारी सविन बंसल के निर्देशानुसार उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी SDM, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों, विभाग और कार्यालयध्यक्षों को अपने क्षेत्र में पोलिंग बूथों पर पौधा रोपण कार्यक्रम की योजना बनाने को कहा है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने पौधारोपण कार्यक्रम का रोस्टर बनाने और इसके प्रचार-प्रसार की भी आवश्यकता बताई है। यह अभियान कल 5 जून से शुरू होकर जुलाई माह में हरेला पर्व के अंत तक चलाया जाएगा।

प्रधानाचार्य और बीएलओ करेंगे पौधों की देखरेख

जिले के सभी 1882 पोलिंग बूथों पर आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में उस बूथ के 30 प्रतिशत नए मतदाता, 30 प्रतिशत बुजुर्ग, 30 प्रतिशत महिलाएं और 10 प्रतिशत अन्य मतदाताओं को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में वन, उद्यान, ग्राम पंचायत, ग्राम्य विकास, उच्च एवं विद्यालयी शिक्षा, शहरी विकास सहित अन्य आवश्यक विभागों और क्षेत्रों में कार्यरत एनजीओ को भी शामिल किया जाना चाहिए। पोलिंग बूथों पर लगाए जाने वाले पौधों की देखरेख संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य और बीएलओ द्वारा किया जाएगा।