उत्तराखंड पौड़ी गढ़वालKids not going to school scared of leopard in kotdwar

उत्तराखंड के इस गांव में स्कूल नहीं जा रहे बच्चे, आदमखोर गुलदार की दहशत

देवकुंडई गांव में 9 साल के मासूम को मारने वाले गुलदार को आदमखोर घोषित कर दिया गया है, वन विभाग ने गुलदार को मारने के निर्देश दिए हैं...

Leopard attack: Kids not going to school scared of leopard in kotdwar
Image: Kids not going to school scared of leopard in kotdwar (Source: Social Media)

पौड़ी गढ़वाल: पौड़ी के देवकुंडई गांव के लोग गुलदार की दहशत में जीने को मजबूर है। बीरोंखाल के अंतर्गत आने वाले इस गांव में रविवार को गुलदार ने 9 साल के बच्चे की जान ले ली थी। गांव वाले दुख और सदमे में हैं, साथ ही डरे हुए भी हैं। गांव में दहशत का माहौल है, ग्रामीणों ने बताया कि गुलदार को गांव में घूमते देखा गया है। डरे हुए लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे। अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे। वन विभाग भी गुलदार की मौजूदगी को लेकर अलर्ट हो गया है, इलाके में 10 वनकर्मियों की तैनाती की गई है, ताकि ग्रामीणों को सुरक्षा का अहसास हो। रविवार को मासूम अनिकेत की मौत के बाद लोगों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया। सोमवार को डरे हुए बच्चे स्कूल नहीं गए। वहीं अनिकेत की मौत के बाद वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर उसे मारने के निर्देश दिए हैं। गुलदार को ढेर करने के लिए शिकारी दल देवकुंडई गांव के लिए रवाना हो गया है। आपको बता दें कि बीरोंखाल के देवकुंडई गांव में रविवार शाम गुलदार ने घर के पास खेल रहे बच्चे को मार दिया था। वन विभाग की टीम जब गांव पहुंची तो वनकर्मियों और ग्रामीणों के बीच तीखी बहस हुई थी। ग्रामीण गुलदार को मारने की मांग कर रहे थे। डीएफओ के निर्देश पर शिकारी अजहर को अपनी टीम के साथ देवकुंडई गांव के लिए रवाना कर दिया गया है। वहीं ग्रामीणों ने गुलदार को सोमवार सुबह खेतों के पास घूमते देखा। तब से लोग डरे हुए हैं। वनकर्मी इलाके में गश्त कर रहे हैं, लेकिन लोगों के दिल से गुलदार का खौफ नहीं जा रहा। वन विभाग ने कहा कि जब तक गुलदार को मारा नहीं जाता, तब तक गांव में वनकर्मियों की टीम तैनात रहेगी।

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