उत्तराखंड बागेश्वरBhawna joshi secured fifth ranking in the country in iss exam

मां ने दूध बेचकर पढ़ाया-लिखाया, बेटी ने आईएसएस परीक्षा में टॉप कर बढ़ाया मान

आईएसएस परीक्षा में देशभर में पांचवी रैंक हासिल करने वाली भावना का बचपन अभावों में गुजरा है...

Bhawna joshi: Bhawna joshi secured fifth ranking in the country in iss exam
Image: Bhawna joshi secured fifth ranking in the country in iss exam (Source: Social Media)

बागेश्वर: पहाड़ की होनहार बेटी भावना जोशी को ढेरों बधाई। भावना ने यूपीएससी की आईएसएस परीक्षा में सफलता हासिल कर उत्तराखंड का मान बढ़ाया है। भावना ने देशभर में पांचवी रैंक हासिल की, जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने उत्तराखंड को गौरवान्वित किया है। आज हम भावना की सफलता देख रहे हैं, पर यहां तक पहुंचने का सफर उनके लिए बेहद चुनौतीभरा रहा। भावना बागेश्वर जिले की रहने वाली हैं। उनका बचपन संघर्षों में बीता। माता-पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, पर भावना जानती थी कि सिर्फ शिक्षा से ही घर के हालात बदले जा सकते हैं। भावना कितनी होनहार हैं, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि उन्होंने अपनी पूरी पढ़ाई बिना किसी ट्यूशन और कोचिंग के की। बेटी की पढ़ाई के लिए उनका परिवार हल्द्वानी में बस गया। इस वक्त वो लामाचौड़ के पीपल पोखरा में रहती हैं। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली भावना ने दसवीं में 73 और बारहवीं में 71 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। बाद में उन्होंने एमबीपीजी कॉलेज में बीएससी में दाखिला लिया। कॉलेज की पढ़ाई पर काफी खर्चा आ रहा था। इसीलिए वो बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने लगीं। मां भी घर-घर दूध बेचकर किसी तरह परिवार का भरण पोषण करती रहीं।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - चमोली में बुजुर्ग ने की खुदकुशी, जूते के फीतों का फंदा बनाकर लगाई फांसी..पेड़ से लटकी मिली लाश
आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने पंतनगर कॉलेज में एडमिशन लिया। होनहार तो थी हीं, इसीलिए एमएससी के लिए स्कॉलरशिप पा गईं। भावना के पिता अल्मोड़ा मैग्नेसाइट लिमिटेड कंपनी में इलेक्ट्रिशियन हैं। माता लीला जोशी गृहणी हैं। बेटी की उपलब्धि से दोनों गदगद हैं। भावना ने पीजी कंपलीट करने के बाद साल 2017 में आईएसएस की परीक्षा दी थी, पर तब उन्हें सफलता नहीं मिली। लगातार दो बार असफल होने के बाद भी भावना निराश नहीं हुई और कोशिश जारी रखी। तीसरी बार में भावना ने आईएसएस परीक्षा ना सिर्फ पास की, बल्कि देशभर में पांचवी रैंक लाकर इतिहास रच दिया। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से भावना जोशी को ढेरों बधाई। उनकी सफलता पहाड़ की दूसरी बेटियों को भी कभी हार ना मानने की प्रेरणा देगी।