रुद्रपुर: रविवार को पूरे प्रदेश में सन्नाटा पसरा रहा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जनता कर्फ्यू की अपील की थी, जिसे लोगों ने सहर्ष स्वीकार किया। उत्तराखंड के लोगों ने जनता कर्फ्यू (Uttarakhand janta curfew) को अभूतपूर्व तरीके से सफल बनाया। इस दौरान उत्तराखंड में ऐसी कई कहानियां भी सामने आईं, जिन्हें आप तक पहुंचाना हमारा फर्ज है। ये कहानियां बताती हैं कि देशहित, समाज के हित से बढ़कर कुछ नहीं। यही भावना हम उत्तराखंडियों को सबसे अलग बनाती है। आज हम आपको जनता कर्फ्यू के दौरान उत्तराखंड से आई एक ऐसी खबर के बारे में बताएंगे, जो प्रेरणादायक है। स्वीर हरिद्वार की है, जहां आर्मी से रिटायर फौजी की पत्नी की अचानक मौत हो गई। परिवारवाले अंतिम संस्कार को कहने लगे, लेकिन गमगीन माहौल में भी रिटायर फौजी ने देशहित को सर्वोपरि रखा। उन्होंने रविवार को पत्नी का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। आगे पढ़िए
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पूर्व फौजी का नाम राम अवतार शर्मा है, वो राजलोक विहार कॉलोनी में रहते हैं। रविवार सुबह उनकी 68 वर्षीय पत्नी विद्यावती का देहांत हो गया था। देहांत होने पर परिवार में शोक छा गया। दोपहर होने तक सभी लोग शव के अंतिम संस्कार की बात करने लगे, लेकिन राम अवतार ने जनता कर्फ्यू नियम (Uttarakhand janta curfew) का पालन करते हुए रविवार को अंतिम संस्कार कराने से इंकार कर दिया। उन्होंने सोमवार को अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया।
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