बागेश्वर: कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच पूरा देश जनता कर्फ्यू से लॉकडाउन की तरफ बढ़ चला है। उत्तराखंड Uttarakhand lockdown के साथ-साथ पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली लॉकडाउन हैं। लोगों की सुरक्षा के लिए लॉकडाउन करने का फैसला सही है, हम इसका पूरा समर्थन करते हैं, लेकिन इससे जुड़ी चुनौतियों पर भी हमें मंथन करना होगा। ऊपर जो तस्वीर आप देख रहे हैं, वो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और दिल्ली से आई है। जहां उत्तराखंड के सौ से ज्यादा युवा फंसे हुए हैं। ये युवा पुणे, मुंबई, बंगलुरु जैसी जगहों में जॉब करते थे। कोरोना का संकट बढ़ा तो सबने अपने घर की राह पकड़ ली, पर अब ये इतना आसान नहीं रहा। कोरोना को फैलने से रोकना है तो ये जरूरी है कि जो जहां है, वहीं रहे। सीएम भी कोरोना लेकर बड़ी घोषणा कर चुके हैं। पहले ये देख लीजिए और उसके बाद बाकी खबर भी पढ़िए।
लॉकडाउन का मतलब यही है कि संक्रमण को एक जगह से दूसरी जगह फैलने से रोका जाए। मुसीबत के समय में अपने घर की, परिजनों की चिंता होना स्वाभाविक है। लेकिन लॉकडाउन का फैसला आपके साथ-साथ उनके हित में भी है। इस बात को हमें समझना होगा।
दिल्ली में फंसे उत्तराखंड के युवाओं के ठहरने के लिए इंतजाम भी किए जाने चाहिए। पहाड़ के जो लोग अलग-अलग राज्यों की सीमाओं पर फंसे हुए हैं, उनके लिए उत्तराखंड सरकार क्या कर सकती है। इस पर मंथन होना चाहिए। अब ये वीडियो भी देखिए