ऋषिकेश: कोरोना वायरस के चलते स्थितियां खराब हो रही हैं। उत्तराखंड में राज्य को लॉकडाउन कर रखा है। दुकानें, स्कूल, विश्व विद्यालय बन्द हो रखे हैं। ऐसे में लोगों के बीच खौफ पैदा हो रहा है। वो लोग शहरों से दूर गांव में पहुंचना चाहते हैं, क्योंकि शहरों में स्थितियां खराब हैं। लॉकडाउन के दूसरे ही दिन परिवहन निगम के बस अड्डे पर प्रवासी उत्तराखंड वासियों की भीड़ काफी बढ़ गयी है। तकरीबन 800 के करीब लोग ऋषिकेश बस अड्डे पर पहुंच चुके हैं। बता दें कि लॉकडाउन के चलते पांच से अधिक लोग एक जगह पर नहीं इकट्ठा होने चाहिए मगर यहां तो 800 लोगों की भीड़ एक दूसरे से चिपक कर खड़ी है। उमड़ती हुई भीड़ को देख कर पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल रखे हैं। शुक्र है कि उत्तराखंड सरकार और पुलिस द्वारा सभी को उनके उनके घर भेजा जा रहा है लेकिन प्रॉपर चेकअप के साथ। वहीं परिवहन निगम के एजीएम पीके भारती ने बताया कि उनको पूरे तरह से लॉकडाउन की बात के निर्देश मिले हैं। यहां उपस्थित सभी लोग लॉकडाउन के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं और अगर प्रशासन की ओर से कोई गाइडलाइन जारी होती है तो उसी के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
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जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन की बात सुनते ही उत्तराखंड के कई प्रवासियों ने शहरों से गांव की ओर रुख कर लिया है। लोग इतने डरे हए हैं और हालातों ने लोगों को इतना खौफ में डाल रखा है कि वो बिना सोचे-समझे गांव की ओर रुख कर रहे हैं। इसी के चलते तकरीबन 800 उत्तराखंड प्रवासी वापस अपने प्रदेश आ गए हैं। बताया जा रहा है कि खचाखच भरी बसों में भर के आये प्रवासियों में से अधिकांश अपने गांव की ओर रुख करेगें।
कोरोना के डर से देश के विभिन्न शहरों में रहने वाले हमारे भाई-बहिन ऋषिकेश में घर जाने के लिये बस का इन्तजार करते हुए।
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माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा सभी को गंतव्य तक पहुँचाने के लिये बसों की व्यवस्था की गयी।
Posted by Gambheer Singh Bisht on Monday, March 23, 2020
ऋषिकेश बस अड्डे पर पहले तो स्थिति काफी खराब थी लेकिन धीरे धीरे करके व्यवस्था कर ली गई। चिंता की बात ये है कि लोगों की भीड़ एक दूसरे से चिपकी पड़ी थी।
कोरोना के फैलने की मुख्य वजह यह भी हो सकती है। लोगों को यह बात समझनी चाहिए और जितना हो सके घर पर ही रहना चाहिए। आप सब भी पैनिक होने की बजाय सरकार के नियमों का पालन करें, सुरक्षित रहें, और घर पर ही रहें। सावधानी ही हमें कोरोना से बचाये रख सकती है।
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