उत्तराखंड उत्तरकाशीuttarkashi Soldier vijay raj singh parmar done kanyadaan through video calling in lockdown

धन्य है पहाड़ का ये फौजी..देशसेवा को रखा सर्वोपरि, वीडियो कॉल से किया बेटी का कन्यादान

हर पिता की तरह विजयराज भी लाडली को खुद विदा करना चाहते थे, लेकिन जब बात देश की आई तो उन्होंने परिवार से पहले फर्ज को चुना। विजयराज ने सरहद पर रहते हुए वीडियो कॉल के जरिए बेटी का कन्यादान किया...

Uttarkashi News: uttarkashi Soldier vijay raj singh parmar done kanyadaan through video calling in lockdown
Image: uttarkashi Soldier vijay raj singh parmar done kanyadaan through video calling in lockdown (Source: Social Media)

उत्तरकाशी: लॉकडाउन के चलते जिंदगी पूरी तरह ऑनलाइन हो गई है। मुसीबत के इस वक्त में तकनीक लोगों के लिए बड़ा सहारा साबित हो रही है। कहीं ऑनलाइन नामकरण संस्कार कराया जा रहा है तो कहीं ऑनलाइन निकाह। उत्तरकाशी में सेना के एक जवान ने अपनी बेटी की शादी के दौरान ऑनलाइन रहकर कन्यादान की रस्में निभाई। सेना के इस जवान का नाम है विजयराज सिंह परमार। वो असम राइफल में हवलदार के पद पर तैनात हैं। जवान का परिवार चिन्यालीसौड़ में रहता है, जो कि जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर है। लाडली की शादी हर पिता का सपना होता है। विजयराज भी सालों से बिटिया की विदाई का सपना मन में संजोए हुए थे, लेकिन जब बात देश की आई तो जवान विजयराज ने परिवार से पहले फर्ज को चुना। हालांकि उन्होंने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए, बिटिया से किया हुआ वादा भी निभाया।

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विजयराज ने सरहद से वीडियो कॉलिंग के जरिए अपनी बेटी का कन्यादान किया। विजयराज इन दिनों त्रिपुरा में पोस्टेड हैं। 16 अप्रैल को उनकी बेटी अनामिका की शादी थी। पांच लोगों की मौजूदगी में एक सादे समारोह में अनामिका की शादी हुई, लेकिन विजयराज सिंह परमार बेटी की शादी में शामिल नहीं हो सके। धर्मसंकट की इस घड़ी में तकनीक उनके लिए बड़ी मददगार साबित हुई। जवान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बेटी का कन्यादान किया और नव दंपती को आशीर्वाद दिया। ये पल विजयराज और उनके परिवारवालों के लिए भावुक कर देने वाले थे। जवान विजयराज ने कहा कि बेटी की शादी में शामिल होने का मलाल उन्हें हमेशा रहेगा, लेकिन इस वक्त हमें खुद से पहले देश के बारे में सोचना होगा। लॉकडाउन को सफल बनाना होगा। कोरोना को हराने का यही एक तरीका है। आपको बता दें कि इससे पहले चंडीगढ़ में रहने वाले एक दंपती ने भी चंपावत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपनी कन्या का नामकरण संस्कार कराया था।