देहरादून: लॉकडाउन के बीच राज्य सरकार ने अभिभावकों को बड़ी राहत दी है। अब उत्तराखंड के निजी स्कूल अभिभावकों से लॉकडाउन के दौरान फीस नहीं वसूल पाएंगे। प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से सिर्फ ट्यूशन फीस ली जाएगी। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने आज इस बारे में मुख्य सचिव और सभी जिलाधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होनें कहा कि कोरोना संकट के समय सरकार अभिभावकों के साथ खड़ी है। इसलिए हमने निर्णय लिया है कि ट्यूशन फीस के अलावा अभिभावकों से कोई अतिरिक्त फीस ना ली जाए। छात्रों से लाइब्रेरी, कंप्यूटर और स्पोर्ट्स एक्टिविटिज की फीस नहीं ली जाएगी। ट्यूशन फीस भी हालात सामान्य होने के बाद ली जाएगी। अभिभावक ट्यूशन फीस किस्तों में जमा करा सकते हैं। लॉकडाउन की वजह से एनसीईआरटी ने 4 हफ्ते का सलेबस कम कर दिया है। सभी स्कूलों में यही सिलेबस चलेगा। जो स्कूल एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को फॉलो नहीं करेंगे, उनकी मान्यता रद्द की जाएगी। शिकायत मिलने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि जो अधिकारी शिकायत मिलने के बाद भी इन स्कूलों का बचाव करेंगे, कार्रवाई नहीं करेंगे उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।